फिर चालू हो गया अवैध प्रसव केंद्र, केस दर्ज होने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिले में चल रहे अवैध नर्सिंग होम और अस्पताल विभागीय अधिकारियों
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिले में चल रहे अवैध नर्सिंग होम और अस्पताल विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कमाई का जरिया बन गया है। यही कारण है कि बेधड़क होकर अवैध नर्सिंग होम और अस्पताल धड़ल्ले से चल रहे हैं। पिछले दिनों शहर में ही चल रहे अवैध प्रसव केंद्र पर प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हो गई। परिजनों ने हंगामा काटा तो मीडिया में सुर्खियां बन गई। कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए एसीएमओ ने संचालिका समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उसके कुछ दिनों तक वह प्रसव केंद्र बंद रहा, लेकिन स्वास्थ्य विभाग से साठगांठ कर फिर से प्रसव केंद्र संचालित कर दिया है।
गौरतलब है कि विगत 22 नवंबर को कंपिल थाना क्षेत्र के गांव कमलापुर दूंदेमेई निवासी प्रीती पत्नी विक्रम शाक्य को प्रसव के लिए शहर के कादरीगेट स्थित गली में संचालित माला क्लीनिक नाम के प्रसव केंद्र पर भर्ती कराया गया था। यहां प्रीती की मौत हो गई थी। तब स्वास्थ्य विभाग ने इस क्लीनिक को अवैध बताते हुए सील करने की कोशिश की, लेकिन कुछ तकनीकी पेंच बताते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उसे सील नहीं किया। संचालिका नर्सिंग होम को बंद कर फरार हो गई। इस मामले में डिप्टी सीएमओ डा. राजीव शाक्य ने संचालिका माला व विनीता, डा. अंशुल के खिलाफ अवैध गर्भपात व प्रसव कराने आदि के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे की विवेचना कादरीगेट चौकी प्रभारी यशपाल गौतम को दी गई। पुलिस भी संचालिका के प्रभाव में आ गई, यही कारण है कि अभी तक मुकदमे के आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। नतीजा फिर से वह क्लीनिक खुल गया और लोगों का इलाज शुरू कर दिया गया। इस मामले में डिप्टी सीएमओ डा. राजीव शाक्य ने कहा कि विभाग ने संचालिका आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है। अब आरोपितों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करनी है। उधर चौकी प्रभारी यशपाल गौतम ने बताया कि उनके पिता की हालत गंभीर होने पर वह अवकाश पर आए हैं। अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन ¨सह ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है। जानकारी कर मामले में प्रभावी कार्रवाई करवाएंगे।