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570 स्कूलों में बाउंड्रीवॉल नहीं, 111 में टूटी पड़ी

जिले के करीब पांच सैकड़ा से ज्यादा परिषदीय विद्यालयों में सालों से बाउंड्रीवाल है नहीं और लगभग 111 विद्यालयों की बाउंड्रीवाल टूटी पड़ी हैं। इसके चलते अराजकतत्व स्कूलों में कब्जा कर लेते हैं। बाउंड्रीवाल का निर्माण कराने और टूटी पड़ी बाउंड्रीवाल की मरम्मत के लिए शासन के पास बजट ही नहीं है। बताते हैं कि करीब दो माह पहले विभाग ने बाउंड्रीवाल के निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है लेकिन बजट अभी तक नहीं आया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jun 2019 06:17 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jun 2019 06:26 AM (IST)
570 स्कूलों में बाउंड्रीवॉल नहीं, 111 में टूटी पड़ी
570 स्कूलों में बाउंड्रीवॉल नहीं, 111 में टूटी पड़ी

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिले के 570 परिषदीय विद्यालयों में वर्षो से बाउंड्रीवॉल है नहीं और 111 स्कूलों की बाउंड्रीवॉल टूटी पड़ी हैं। इसके चलते अराजकतत्व स्कूलों में कब्जा कर लेते हैं। करीब दो माह पहले विभाग ने बाउंड्रीवाल का निर्माण और टूटी पड़ी बाउंड्री की मरम्मत को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन बजट अभी तक नहीं आया है।

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1855 परिषदीय विद्यालयों में से 327 प्राइमरी और 243 जूनियर स्कूलों में बाउंड्रीवाल नहीं है। इनमें बढ़पुर ब्लाक में 34, कायमगंज में 79, कमालगंज में 56, नवाबगंज में 23, राजेपुर 84 समेत अन्य ब्लाकों के विद्यालय शामिल हैं। करीब 111 विद्यालयों की बाउंड्रीवाल सालों से क्षतिग्रस्त अवस्था में पड़ी हैं। स्कूल बंद होने के बाद अराजकतत्व उनमें अपना डेरा जमा लेते हैं। स्कूल परिसर में लोग जानवर आदि भी बांध लेते हैं। बच्चों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई विद्यालय तो ऐसे हैं, जिनमें सालों से बाउंड्रीवाल नहीं है। डीसी निर्माण दिलीप राजपूत ने बताया कि 570 विद्यालयों में बाउंड्रीवाल नहीं है और कई में टूटी भी पड़ी है। स्कूलों में बाउंड्रीवाल के लिए करीब दो करोड़ से ज्यादा का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। बजट स्वीकृत होने पर काम शुरू कराया जाएगा।


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