Move to Jagran APP

तीन साल से बंद पड़े 4.91 करोड़ के कैमरे

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने एवं संदिग्धों पर नजर

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Mar 2018 08:26 PM (IST)Updated: Wed, 21 Mar 2018 08:26 PM (IST)
तीन साल से बंद पड़े 4.91 करोड़ के कैमरे
तीन साल से बंद पड़े 4.91 करोड़ के कैमरे

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने एवं संदिग्धों पर नजर रखने के लिए 4.91 करोड़ की लागत से तीन साल पूर्व सीसी कैमरे लगाए गए थे। कार्यदायी संस्था को पूरा भुगतान न मिलने से कैमरे चालू नहीं हो सके हैं।

loksabha election banner

राजकीय निर्माण निगम के माध्यम से न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कैमरे लगवाए जाने का ठेका दिया गया था। कार्यदायी संस्था ने 25 कैमरे न्यायालय परिसर में और तीन कैमरे कायमगंज न्यायालय परिसर में लगाए। कैमरे लगने के बाद कार्यदायी संस्था स्ट्रांग रूम बनाकर कैमरे चालू कर दिए। कुछ काम शेष रह गया था। पूरा भुगतान न मिलने पर संस्था ने काम रोक दिया। तब से लगातार कैमरे बंद पड़े हैं। कैमरे बंद होने से उनकी हालत जर्जर हो रही है। कैमरों का रखरखाव नहीं हो पा रहा है। स्थानिक अधिशासी अभियंता योगेंद्र ¨सह ने बताया कि कैमरे लगवा दिए गए हैं। भुगतान न होने की वजह से कार्यदायी संस्था ने काम पूरा नहीं किया है। इससे कैमरे बंद पड़े हैं। भुगतान के लिए पत्र भेजा गया है। शेष भुगतान मिलने पर शीघ्र ही कैमरे चालू करा दिए जाएंगे।

न्यायालय सुरक्षा में बड़ी चूक

न्यायालय परिसर के आसपास चाहरदीवारी न होने से वादकारी कई रास्तों से होकर न्यायालय परिसर में पहुंचते हैं। न्यायालय सुरक्षा के लिए कलेक्ट्रेट व न्यायालय के मुख्य द्वार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है। जबकि चाहरदीवारी न होने से एनआईसी, एसपीओ कार्यालय, मनोरंजन कक्ष के निकट व बजरंग बली मंदिर के पास से जगह खुली है, यहां से लोग आसानी आते जाते हैं। इन स्थानों पर सुरक्षा कर्मी भी तैनात नहीं रहते हैं। ज्ञातव्य है कि सेशन हवालात काटकर भागे बंदी बजरंग बली मंदिर के पास से ही गंगा कटरी की ओर भागे थे। यदि चाहरदीवारी होती तो बंदी यहां से भागने में सफल नहीं हो पाते। अधिशासी अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि मरम्मत कार्य चल रहा है। शीघ्र ही चाहरदीवारी भी पूरी करा दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.