केंद्र से वापस लौट रहे 40 फीसद किसान
संवाद सूत्र कमालगंज धान व मक्का खरीद केंद्रों पर जोतबही रजिस्ट्रेशन व सैंपल झंझट के बाद
संवाद सूत्र, कमालगंज : धान व मक्का खरीद केंद्रों पर जोतबही, रजिस्ट्रेशन व सैंपल झंझट के बाद तहसील सत्यापन किसानों के लिए बवाले जान बन गया है। करीब 40 फीसद किसानों को केंद्र से बैरंग लौटना पड़ रहा है।
कृषि उत्पादन मंडी समिति में खोले गए सरकारी धान व मक्का खरीद केंद्र पर आए किसानों ने बताया कि सरकारी खरीद केंद्र पर पहले से ही जोतबही, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व सैंपल की झंझट थी, अब एक नई समस्या तहसील सत्यापन की भी आ गई है। सुल्तानपुर निवासी नंदराम ने बताया धान बेचने के लिए सैंपल लेकर आए थे, तहसील सत्यापन न होने से वापस लौटा दिया गया है। नौगवां निवासी संजय कुमार ने बताया रजिस्ट्रेशन कराकर धान व मक्का का सैंपल लेकर केंद्र पर आया था। यहां आकर जानकारी हुई कि मेरा तहसील सत्यापन नहीं है जिसके कारण वापस लौटा दिया गया है। नगरिया गहरवार निवासी शिवशरण ने बताया 50 बोरी धान बेचने के लिए सैंपल लेकर आया, लेकिन तहसील से सत्यापन न होने के कारण वापस लौटा दिया गया है। एसएमआइ रामनरेश ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के बाद किसानों का तहसील से उपजिलाधिकारी की आइडी पर सत्यापन होता है। उसके बाद ही उनको टोकन दिया जाता है। अधिकांश किसानों का सत्यापन रजिस्ट्रेशन के बाद स्वत: हो जाता है। कुछ किसानों को तहसील जाकर सत्यापन कराना पड़ रहा है। एसएमआइ ने बताया धान के 8000 क्विटल लक्ष्य के सापेक्ष 142 किसानों से 5071 क्विटल खरीद की जा चुकी है। वहीं 15000 क्विटल लक्ष्य के सापेक्ष 113 किसानों से 2396 क्विटल मक्का की खरीद की गई है। केंद्र पर करीब 4500 बोरी धान व 2600 बोरी मक्का डंप है। जिनके रखने के लिए टिन शेड व किसान विश्राम गृह की जगह उपलब्ध है।
एसडीएम ने किया निरीक्षण
उप जिलाधिकारी सदर अनिल कुमार सिंह ने गुरुवार को कृषि उत्पादन मंडी समिति में खोले गए धान एवं मक्का खरीद केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्र पर रखे अभिलेखों का सत्यापन किया। इस दौरान धान की तौल करा रहे लैंनगांव निवासी लज्जाराम से जानकारी ली।