सोता बहादुरपुर में 40 परिवार घर में हुए क्वारंटाइन
शहर व गांव में शायद ही कोई ऐसी जगह हो जहां ल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहर व गांव में शायद ही कोई ऐसी जगह हो जहां लॉकडाउन के दौरान महानगरों में काम करने वाले लोग पलायन कर घर न लौटे हों। ऐसे लोगों को घरों में ही क्वारंटाइन कराने के लिए कहा गया था। शहर में तो संदिग्धों से पूछताछ हुई, हिदायत भी दी गईं। लेकिन अधिकांश ग्राम प्रधानों ने राजनीतिक कारणों से चुप्पी साध ली। ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर की प्रधान ने 40 परिवारों को घरों में क्वारंटाइन किए जाने के नोटिस चस्पा करा दिए हैं।
शहर कोतवाली के गांव सोता बहादुरपुर में ग्राम प्रधान की ओर से 40 लोगों की सूची बनवाई गई थी। इसमें अधिकांश लोग दिल्ली, सूरत आदि शहरों से लौटे थे। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इन लोगों को घरों में ही क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया है। नोटिस में बाहरी लोगों को भी चिह्नित घरों में प्रवेश न करने की सलाह दी गई है। बाहर से लौटे स्वजनों के नाम भी नोटिस में लिखे गए हैं। प्रधानपति जमील खां ने बताया कि ग्राम पंचायत अधिकारी ने उन्हें अवगत कराया था कि अधिकारियों ने निर्देश दिया है कि बाहर से लौटने वाले लोग 14 दिन तक क्वारंटाइन रहेंगे। उन्होंने बाहर से आए लोगों की सूची तैयार कराई। चिकित्सकों ने आकर जांच की थी। ग्राम पंचायत की ओर से नोटिस छपवाकर चस्पा करा दिए गए हैं।