राष्ट्रीय लोक अदालत में 3337 मामले निस्तारित
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद जनपद न्यायालय में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न मुकदमों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर कराया गया। जनपद न्यायाधीश जयश्री आहूजा ने दीप प्रज्ज्वलित कर लोक अदालत का शुभारंभ किया। इसके बाद न्यायिक अधिकारियों के साथ लोक अदालत के लिए लगाए गए पटलों का निरीक्षण कर मुकदमा निस्तारण की जानकारी ली। लोक अदालत में 3337 मुकदमों का निस्तारण कर 553
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जनपद न्यायालय में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न मुकदमों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर कराया गया। जनपद न्यायाधीश जयश्री आहूजा ने दीप प्रज्ज्वलित कर लोक अदालत का शुभारंभ किया। इसके बाद न्यायिक अधिकारियों के साथ लोक अदालत के लिए लगाए गए पटलों का निरीक्षण कर मुकदमा निस्तारण की जानकारी ली। लोक अदालत में 3337 मुकदमों का निस्तारण कर 55,38,372 रुपये जुर्माना वसूला गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित हुई लोक अदालत में सुलह समझौते के आधार पर मुकदमों का निस्तारण हुआ। जिसमें नगर पालिका, बैंक एवं प्रशासनिक विभाग संबंधी मामलों का निपटाया गया। जिसमें बैंक संबंधी छह मामलों में 11,17,500 रुपये की वसूली की गयी। विद्युत बिल के 1536 व मोटर वाहन दुर्घटना के सात मामलों का निस्तारण किया। इसके अलावा जनपद न्यायाधीश ने 11 मुकदमों का निस्तारण किया। जिसमें मोटर वाहन, सिविल वाद व दो अपराधिक मामले शामिल हैं। प्री-लिटिगेशन के 1485 मुकदमे निस्तारित कराए गए। अदालत के दौरान जनपद न्यायाधीश व न्यायिक अधिकारियों ने बैंक व बीमा कंपनियों द्वारा लगाए गए पटलों पर निरीक्षण कर मुकदमा निस्तारण की प्रगति देखी। इस दौरान लोक अदालत के नोडल अधिकारी अपर जिला जज रवींद्र नाथ दूबे, अपर जिला जज सरवर हुसैन रिजवी, राजेश कुमार राय, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश यादवेंद्र सिंह, सरला दत्ता, विजय कुमार गुप्ता, रेखा शर्मा, शाकिर हसन, हर्षवर्धन, नीलम ढाका, प्रेमशंकर, देवेंद्र प्रताप सिंह, शिप्रा आर्य, सीजेएम राजेंद्र कुमार सिंह, एसीजेएम रेलवे अश्वनी कुमार, सिविल जज अचल प्रताप सिंह, विनीता सिंह के अलावा जेएम कायमगंज वीरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सुमिता ने बताया कि लोक अदालत में सभी मामलों का निस्तारण कराया गया। जिससे बड़ी संख्या में वादकारियों को लाभ मिला।