रसोइयों के दस्ताने व एप्रोन का 11.31 लाख डंप
परिषदीय विद्यालयों में मिडडे मील बनाने वाली रसोइयों को एप्रिन और ग्लब्स दिए जाने के लिए शासन ने करीब 11.30 लाख रुपये का बजट आवंटित किया था। पर अधिकतर विद्यालयों में रसोइयों को एप्रिन और ग्लब्स उपलब्ध ही नहीं कराए गए। मामला संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी ने बीएसए को जुलाई माह में ग्लब्स व एप्रिन में खर्च हुए बजट की सत्यापन रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय विद्यालयों में मिड-डे-मील बनाने वाली रसोइयों को एप्रोन और दस्ताने (ग्लव्ज) देने के लिए शासन ने करीब 11.30 लाख रुपये का बजट आवंटित किया था। कई विद्यालयों में रसोइयों को एप्रोन और दस्ताने उपलब्ध ही नहीं कराए गए। मामला संज्ञान में आने पर डीएम ने बीएसए को जुलाई माह में दस्ताने व एप्रोन में खर्च हुए बजट की सत्यापन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2018-19 में शासन ने जिले के 1855 परिषदीय विद्यालयों में तैनात रसोइयों के लिए एप्रोन और दस्ताने खरीद खरीदने के लिए करीब 11.31 लाख का बजट भेजा था। प्रत्येक रसोइया के लिए 610 रुपये में एप्रोन और दस्ताने खरीदने थे। प्रत्येक विद्यालय के एसएमसी खाते में धनराशि भेजी गई थी। इसके बाद दस्ताने और एप्रोन नहीं खरीदे गए। इस पर डीएम ने बीएसए को एप्रोन व दस्ताने खरीद में खर्च बजट की सत्यापन रिपोर्ट जुलाई माह में देने कहा है। बीएसए रामसिंह ने बताया कि सभी बीईओ से सूचना मांगी गई है।