योजना भी नहीं कर सकी स्कूल का कायाकल्प
अयोध्या: चार माह बीत गए पर कायाकल्प योजना भी प्राथमिक विद्यालय कहुआ का कायाकल्प नहीं कर सक
अयोध्या: चार माह बीत गए पर कायाकल्प योजना भी प्राथमिक विद्यालय कहुआ का कायाकल्प नहीं कर सकी। पठन-पाठन के लिए बनाए जा रहे शिक्षण कक्ष और शौचालय अपूर्ण है, यह हाल तब है कि जब यह जिम्मेदारी ग्राम प्रधान संभाल रहे हैं।
शिक्षा क्षेत्र मिल्कीपुर के प्राथमिक विद्यालय कहुआ में कायाकल्प योजना के अंतर्गत बाउंड्रीवाल, गेट, मॉडल शौचालय, शिक्षण कक्ष की फर्श और टाइल्स लगाने के साथ परिसर में जलभराव की समस्या को दूर करने, रंग-रोगन का कार्य चल रहा है, लेकिन चार माह बाद भी नौनिहालों को शौचालय नसीब नहीं हो सका। शिक्षण कक्षा में टाइल्स लग गया, लेकिन बिजली और पंखे, दरवाजे नहीं लगे। दो शिक्षण कक्ष को छोड़कर अन्य में फर्श की हालत जर्जर है। मध्याह्न भोजन पकाने के लिए गैस सिलेंडर नहीं है। मिड-डे-मील लकड़ी से चूल्हे पर बनाया जा रहा है। विद्यालय में 149 बच्चों का नामांकन है, जिसमें 110 से 115 बच्चे प्रतिदिन विद्यालय आते-आते हैं।
कई स्कूलों में काम अपूर्ण
-प्राथमिक विद्यालय पाराब्रह्मनान में कायाकल्प योजना फ्लॉप हो गई है। टिकरा में धन की कमी के चलते काम अपूर्ण है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसांवा, प्राथमिक विद्यालय इनायतनगर पूरेफूल गिरी, प्राथमिक विद्यालय गोकुला, प्राथमिक विद्यालय सथरी में काम अपूर्ण है।
बोले प्रधानाध्यापक
-प्रधानाध्यापक और प्राथमिक शिक्षक संघ मिल्कीपुर के मंत्री भगवती प्रसाद यादव ने बताया कि शिक्षण कक्ष, मॉडल शौचालय का कार्य अधूरा है। इससे बच्चों के साथ शिक्षकों को भी परेशानी होती है। लकड़ी के चूल्हे पर बनने से बच्चों को समय से खाना नहीं मिल पाता है।
क्या कहते हैं प्रधान
-ग्राम प्रधान जितेंद्रनाथ उर्फ विजय द्विवेदी कहते हैं कि कायाकल्प योजना का काम चल रहा है। धनाभाव और ग्राम विकास अधिकारी का ट्रांसफर हो जाने से काम में देरी हो रही है। गैस सिलेंडर का पैसा आ गया है, जल्द ही खरीद लिया जाएगा।
ÞÞपरिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प प्राथमिकता में सुमार है। इसमें लापरवाही बरती गई तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
सुनील कुमार कौशल, खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर।