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मंदिर निर्माण के साथ दर्शनार्थियों की भी चिता

अयोध्या रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ने के साथ रामलला के दर्शनार्थियों

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 12:00 AM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 12:00 AM (IST)
मंदिर निर्माण के साथ दर्शनार्थियों की भी चिता
मंदिर निर्माण के साथ दर्शनार्थियों की भी चिता

अयोध्या : रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ने के साथ रामलला के दर्शनार्थियों की भी चिता होने लगी है। सर्किट हाउस में हुई राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक के दौरान मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा किए जाने के साथ दर्शनार्थियों की सुविधा-सहूलियत पर भी गौर किया गया।

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बैठक से पूर्व राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, ट्रस्ट के सदस्य एवं अयोध्या राजपरिवार के मुखिया बिमलेंद्रमोहन मिश्र, अन्य सदस्य डा. अनिल मिश्र आदि ने मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी नितीशकुमार एवं प्रशासनिक अमले के साथ रामजन्मभूमि परिसर सहित परिसर से जुड़ते विभिन्न मार्गों का निरीक्षण किया। इस दौरान यह परखा गया कि निकट भविष्य में जब रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या लाखों में होगी, तब मार्ग, पार्किंग, बुनियादी सुविधाओं की कैसी व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। सर्किट हाउस में हुई बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि रामलला का दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे, तो उनके वाहन की पार्किंग कहां होगी, किस मार्ग पर श्रद्धालुओं का अधिक दबाव होगा और किस मार्ग को डबल लेन अथवा फोरलेन के रूप में विकसित किए जाने की जरूरत है, परिसर में यदि प्रतिदिन पांच लाख लीटर पानी की जरूरत है, तो वह कहां से आएगा, विद्युत आपूर्ति की क्या व्यवस्था होगी आदि व्यवस्था पर स्थलीय निरीक्षण किए जाने के साथ बैठक में मंथन किया गया। इस बीच परिसर में वाटर एवं सीवर ट्रीटमेंट प्लांट पर भी विचार किया गया। पुख्ता होगी अग्नि शमन की व्यवस्था

रामजन्मभूमि परिसर को दुश्मन के हमले से बचाने के साथ दुर्घटना से भी बचाने का पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है। मंगलवार को राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में अग्नि शमन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। बैठक में अग्नि शमन से जुड़े विशेषज्ञ भी मौजूद रहे। व्यापारियों के प्रति संवेदना

बैठक में व्यापारियों के प्रति संवेदना भी छलकी। चंपतराय के अनुसार बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों के आगमन को ध्यान में रखकर यदि मार्ग चौड़े किए जा रहे हैं, तो यह भी विचार किया गया कि मार्ग चौड़ीकरण से विस्थापित होने वाले व्यापारियों को पहले विकल्प उपलब्ध कराया जाए, भले ही वह अस्थायी हो। दिसंबर 2023 से स्थायी गर्भगृह में विराजेंगे रामलला

चंपतराय सहित ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र ने दोहराया कि दिसंबर 2023 से स्थायी गर्भगृह में रामलला का दर्शन सुनिश्चित होगा। इसका आशय यह है कि तय समय के अनुरूप तब तक मंदिर निर्माण पूर्ण होगा।

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दिसंबर तक पूरा होगा राफ्ट निर्माण

राम मंदिर की नींव की ऊपरी सतह पर ढाली जा रही राफ्ट का काम दिसंबर माह के मध्य तक या दिसंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद प्लिथ यानी नींव के ऊपर आधारभूमि का निर्माण होगा। महोबरा मार्ग होगा राम मंदिर तक पहुंचने का प्रमुख मार्ग

मंदिर निर्माण समिति के प्रतिनिधियों एवं अन्य विशेषज्ञों ने पाया कि रामजन्मभूमि परिसर तक पहुंचने के लिए लखनऊ-गोरखपुर बाइपास से महोबरा चौराहा से गुजरने वाला मार्ग सर्वाधिक प्रभावी होगा। प्रस्तावित श्रीराम एयरपोर्ट से निकलकर भी यात्री इसी मार्ग से होकर अयोध्या में प्रवेश करना उचित समझेंगे और इस उपयोगिता को ध्यान में रखकर महोबरा मार्ग को विकसित भी किए जाने की योजना है।


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