कला के बिना जीवन अधूरा : स्वदेश
अंतराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय एवं आर्ट गैलरी में आयोजित तीन दिवसीय नारी सुरक्षा - नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन विषयक चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी के दूसरे दिन का उद्घाटन ख्यातिलब्ध चित्रकार एवं संगीतकार डॉ. स्वदेश मल्होत्रा ने किया.
अयोध्या: अंतराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय एवं आर्ट गैलरी में आयोजित तीन दिवसीय नारी सुरक्षा - नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन विषयक चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी के दूसरे दिन का उद्घाटन ख्यातिलब्ध चित्रकार एवं संगीतकार डॉ. स्वदेश मल्होत्रा ने किया। उन्होंने कहा, कलाकार अपनी कृतियों में रंग भरता ही है, कृतियां भी कलाकार के जीवन में रंग भरती हैं और इसमें कोई शक नहीं कि कला के बिना जीवन अधूरा है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षक एवं समाजसेवी एसएन बागी मौजूद रहे। प्रदर्शनी में नवोदित कलाकारों की एक दर्जन से अधिक कृतियां शामिल हैं। तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन नारी सशक्तिकरण पर आधारित देवी गीत-संगीत, पुरस्कार विवरण एवं सम्मान समारोह प्रस्तावित है। संग्रहालय के उपनिदेशक योगेश कुमार ने अतिथियों एवं कलाकारों के प्रति आभार ज्ञापित किया। इससे पूर्व बुधवार को प्रदर्शनी की शुरुआत मां दुर्गा के स्वरूप व शक्ति का आधुनिक नारी में प्रभाव एवं मां दुर्गा की नौ छवियों के विषय पर पेंटिग की गयी। वर्कशॉप का आयोजन एसबी सागर आर्ट इंस्टीट्यूट के सहयोग से किया गया। पहले दिन ऋषिका रस्तोगी, मानसी निषाद, मूर्तिकार प्रवीण कुमार तथा बृजेश कौशल ने अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी।