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गरज-चमक के साथ रात भर होती रही बारिश

अयोध्या : गरज-चमक के साथ बीती रात बारिश का सिलसिला रुक-रुक कर जारी रहा। इससे दिन के तापमान में खासी कमी आई है। शनिवार तक मौसम का यह मिजाज बना रहेगा। मध्यम से घने स्तर के बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है। बीते 24 घंटों में करीब नौ मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मंगलवार की सुबह कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुईं, तो शाम से बारिश का सिलसिला आरंभ हो गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 10:39 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 10:39 PM (IST)
गरज-चमक के साथ रात भर होती रही बारिश
गरज-चमक के साथ रात भर होती रही बारिश

अयोध्या : गरज-चमक के साथ बीती रात बारिश का सिलसिला रुक-रुक कर जारी रहा। इससे दिन के तापमान में खासी कमी आई है। शनिवार तक मौसम का यह मिजाज बना रहेगा। मध्यम से घने स्तर के बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है। बीते 24 घंटों में करीब नौ मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

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मंगलवार की सुबह कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुईं, तो शाम से बारिश का सिलसिला आरंभ हो गया। बीती रात रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा। रात भर बादलों की गर्जना होती रही। सुबह करीब आठ बजे बारिश थमी, हालांकि दिन में कुछ देर के लिए बादलों व सूर्यदेव के बीच आंख-मिचौली भी हुई, लेकिन बादलों ने सूर्यदेव के ज्यादा देर तक मौका नहीं दिया। दिन में अधिकांश समय बादल छाए रहे और वातावरण में ठिठुरन व गलन का एहसास कराते रहे। नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसी का नतीजा है कि बादल छाए और बारिश भी हुई। मौसम वैज्ञानिक डॉ. अमरनाथ मिश्र के मुताबिक आगामी शनिवार तक बादलों की मौजूदगी बनी रहेगी। बुधवार को अधिकतम तापमान 20 व न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। अधिकतम आ‌र्द्रता 91 व न्यूनतम 74 फीसदी रही। ------------------- स्कूल आज बंद

-मौसम के बदले मिजाज को देखते हुए गुरुवार को कक्षा आठ तक के विद्यालयों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है। यह आदेश सरकारी और निजी विद्यालयों पर लागू होगा। जिलाधिकारी अनिल कुमार की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि आदेश का उल्लंघन करने वाले विद्यालयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ------------------- गेहूं के लिए बेहद मुफीद कुमारगंज : बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। इस बारिश को गेहूं के लिए बेहद उपयोगी माना जा रहा है। इस बारिश से गेहूं की ¨सचाई की आवश्यकता पूरी हो जाएगी, हालांकि दलहनी फसलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक डॉ. रविप्रकाश मौर्य के मुताबिक कि यदि अरहर, चना, मटर, मसूर व सरसों, अलसी में फूल आ गया है तो तेज हवा चलने पर नुकसान हो सकता है, लेकिन जिन फसलों में फली बन रही है उसे फायदा होगा। बारिश से टमाटर, बैंगन, मिर्च, गोभी की फसल को भी लाभ होगा।


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