शबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश से बिफरी विहिप
प्रदर्शन में मंदिर के समर्थन में अभियान चलाने वाले भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रांतीय मंत्री बब्लू खान भी आधा दर्जन से अधिक मुस्लिमों के साथ शामिल हुए। उन्होंने कहा, शबरी माला में महिलाओं को प्रवेश दिलाए जाने का प्रयास सांस्कृतिक स्वायत्तता पर हमला है और उन परंपराओं को तोड़ना
अयोध्या : शबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश दिए जाने के विरोध में विहिप कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में प्रदर्शन किया और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ज्योति ¨सह के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में ऐसे अनेक उदाहरण देकर यह बताने का प्रयास किया गया है कि शबरी माला में 10 से 50 वर्ष के बीच की महिलाओं का प्रवेश निषिद्ध किया जाना औचित्यपूर्ण और लंबी परंपरा का अंग रहा है। केरल की सरकार ने कोर्ट के आदेश की आड़ लेकर ¨हदू मान्यताओं के प्रति संवेदनहीनता का परिचय दे रही है।
ज्ञापन में राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई है। प्रदर्शन में विहिप के जिलाध्यक्ष कौशिक प्रामाणिक, विभागमंत्री धीरेश्वर वर्मा, संघ के विभाग कार्यवाह रामकुमार राय, भाजपा के महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव, मुकेश तोलानी, शिवकुमार आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। ------------इनसेट------- सांस्कृतिक स्वायत्तता पर हमला : बब्लू - प्रदर्शन में मंदिर के समर्थन में अभियान चलाने वाले भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रांतीय मंत्री बब्लू खान भी आधा दर्जन से अधिक मुस्लिमों के साथ शामिल हुए। उन्होंने कहा, शबरी माला में महिलाओं को प्रवेश दिलाने का प्रयास सांस्कृतिक स्वायत्तता पर हमला है और उन परंपराओं को तोड़ना नाजायज दखल है, जिससे किसी को नुकसान न पहुंच रहा हो। सच्चाई तो यह है कि शबरी माला में महिलाओं का प्रवेश निषिद्ध किए जाने के पीछे धर्म-संस्कृति में निहित वैज्ञानिकता ही थी।