राम मंदिर निर्माण पर उमा भारती को नहीं मंजूर सीएम योगी आदित्यनाथ की सलाह
सीएम योगी आदित्यनाथ की संतों को धैर्य रखने की सलाह देने पर उमा भारती काफी नाराज हो गई, उन्होंने कहा कि धैर्य रखने का काम सिर्फ योगियों का ही होता है।
फैजाबाद (जेएनएन)। केंद्रीय मंत्री उमा भारती आज रामनगरी अयोध्या में महंत नृत्यगोपाल दास जन्मोत्सव कार्यक्रम में पहले भले ही राम मंदिर पर कोई बयान देने से ही बचती रहीं, लेकिन बाद में उनके मन की बात जोरदार ढंग से बाहर निकली। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ कोई साहसिक निर्णय लें। सीएम योगी आदित्यनाथ की संतों को धैर्य रखने की सलाह देने पर उमा भारती काफी नाराज हो गई, उन्होंने कहा कि धैर्य रखने का काम सिर्फ योगियों का ही होता है।
अयोध्या में आज केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने सरयू पूजन के बाद यहां के बाबा नागेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके बाद हनुमानगढ़ी के साथ कनकभवन व रामजन्मभूमि का दर्शन किया। इसके बाद राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास के जन्मोत्सव में शामिल हुईं।
बीते दो-तीन दिन से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर जारी बयानबाजी में अयोध्या पहुंचीं केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने करोड़ों राम भक्तों के मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा करने की बात करते हुए जल्द से जल्द निर्माण की उम्मीद जताई है।
अयोध्या में राम मंदिर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संतों से धैर्य रखने की सलाह पर उमा भारती ने कहा कि धैर्य रखना तो योगियों के बस की ही बात है। हम तो यही चाहेंगे कि जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण हो। अयोध्या में उमा भारती ने कहा कि वह योगी की तरह धैर्य धारण नहीं कर सकती हैं। वह चाहती हैं कि आज ही राम मंदिर का निर्माण हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब केंद्र और राज्य में हमारी बहुमत की सरकार है। मंदिर निर्माण में देरी नहीं होनी चाहिए। महंत नृत्यगोपाल दास के जन्मदिन पर अयोध्या में संत सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत समाज से अपील की है कि वे कुछ दिन तक धैर्य रखें, भगवान राम की कृपा होगी तो अयोध्या में राम मंदिर जरूर बनेगा।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि राम मंदिर के लिए लाखों लोग अपना बलिदान दे चुके हैं। लंबे समय से देश के साथ ही विदेश में भी रामभक्त मंदिर के निर्माण की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अब पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साहसिक निर्णय लें, जिससे राष्ट्र के बड़े संकल्प को साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि देश की कोर्ट भी प्रमाणित कर चुका है कि राम जन्म भूमि यही है। बात अब केवल जमीन की है। उन्होंने कहा कि हमको राम मंदिर पर कोर्ट का हर निर्णय स्वीकार होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी राम मंदिर मुद्दे को 2019 के चुनाव से ना जोड़े। मैं ऐसा कोई भी दबाव नहीं डालूंगी कि अयोध्या में राम मंदिर 2019 के पहले बने। मंदिर तो चाहे अभी बने या बाद में बने। उन्होंने कहा कि हमको 2019 के चुनाव परिणाम की कोई भी फिक्र नहीं है। परिणाम कुछ भी हो सकते हैं। अयोध्या का राम मंदिर आने वाली पीढिय़ों के लिए अमूल्य धरोहर होगी।
उमा भारती ने कहा कि सरकार तो आती-जाती रहती है, लेकिन राम मंदिर का निर्माण होना भव्य बात है। जो इसके निर्माण के क्षण को गंवा देगा, वह भारत के इतिहास में अपना गौरव गंवा देगा। अगर मंदिर निर्माण हुआ तो यह राष्ट्रीय धरोहर के लिए बड़ी बात होगी।
अयोध्या आंदोलन के बारे में उमा भारती ने कहा कि हमने अयोध्या में बहुत बड़े युद्ध को देखा है क्योंकि यह विचारधारा का युद्ध था। एक तरह से राष्ट्रवादी चिंतकों की छद्म धर्मनिरपेक्ष को चुनौती थी। उन्होंने कहा कि अब देश और प्रदेश में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है, इसलिए सभी बाधाएं दूर होनी चाहिए। उमा भारती ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के तीन रास्ते हैं, सुप्रीम कोर्ट का फैसला, आपसी बातचीत और संविधान में परिवर्तन। इन तीनों में सबसे महत्वपूर्ण है राष्ट्रीय संकल्प। उससे ही मंदिर का निर्माण हो सकता है।
उमा भारती ने इसके अलावा अपने ऊपर चल रहे केस पर भी बात की। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि को लेकर मुकदमा चल रहा है जिसमें मुझे भी अपराधी माना गया है, जो फैसला होगा उसे स्वीकार किया जाएगा। विवादित ढांचा गिराने के मामले में सीबीआई ने हमको नहीं राम भक्तों की आस्था को दोषी माना है। उन्होंने कहा कि 2019 में मेरी जो भूमिका होगी, वह पार्टी तय करेगी। मेरे इन बयानों को चुनाव से ना जोड़ा जाए। हमारे लिए चुनाव बड़ी चीज नहीं है, लेकिन मंदिर का निर्माण होना जरूरी है।