दो से ढाई माह तक चलेगी राम मंदिर की नींव की खोदाई
अगले 10-12 दिनों में तय होगा नींव में प्रयुक्त कंपोनेंट. राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक का पहला दिन.
अयोध्या : रामजन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर की नींव खोदे जाने का काम दो से ढाई माह तक चलेगा। इसके बाद नींव निर्माण का काम शुरू होगा। यह जानकारी रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविददेव गिरि एवं ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने दी। वे सर्किट हाउस में चली राम मंदिर निर्माण समिति की मैराथन बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब थे। एक सवाल के जवाब में स्वामी गोविददेव ने बताया कि मंदिर की नींव की डिजाइन तय कर ली गई है। हालांकि उसे बैठक में प्रस्तुत नहीं किया जा सका है। आगे यह तय होना है कि नींव में किस तरह के कंपोनेंट का प्रयोग होगा। कंपोनेंट तय करने के लिए मंदिर निर्माण की कार्यदायी संस्था एलएंडटी एवं टाटा कंसल्टेंट इंजीनियर्स सहित आईआईटी चेन्नई, मुंबई, दिल्ली आदि के विशेषज्ञों की टीम अभी अध्ययन में जुटी हुई है और जल्दी ही यह निर्णय भी हो जायेगा। डॉ. अनिल मिश्र के अनुसार नींव की खोदाई प्रस्तावित मंदिर के आकर-प्रकार के अनुरूप की जा रही है। उन्होंने बताया कि नींव की खोदाई के साथ मंदिर निर्माण में प्रयुक्त होने वाले पत्थर की क्वालिटी टेस्टिग और परचेजिग का काम चलता रहेगा। नींव निर्माण के साथ सरयू नदी का भूमिगत प्रवाह रोकने के लिए प्रस्तावित रिटेनिग वॉल के निर्माण का काम नींव की खोदाई के बाद ही संभव है। क्योंकि खोदाई के दौरान निकलने वाली मिट्टी वहां से हटानी होगी। गुरुवार को इससे पूर्व राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष एवं अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहे सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र सुबह 9:30 बजे रामजन्मभूमि परिसर पहुंचे और उन्होंने निर्माण के संबंध में परिसर का बारीकी से जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, कोषाध्यक्ष स्वामी गोविददेव गिरि, ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र सहित निर्माण से जुड़े अनेक तकनीकी विशेषज्ञ मौजूद रहे। स्थलीय निरीक्षण के बाद करीब दो घंटे तक परिसर में ही मंदिर निर्माण से जुड़े ट्रस्ट एवं मंदिर निर्माण समिति के पदाधिकारियों ने तकनीकी विशेषज्ञों के साथ निर्माण कार्य की समीक्षा की। बैठक का अगला सत्र सर्किट हाउस में तीसरे पहर 2:30 बजे से शुरू हुआ। यहां दो चरणों में बैठक हुई। पहले चरण में ट्रस्ट एवं निर्माण समिति के पदाधिकारियों ने मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा तथा नगर निगम के आयुक्त विशाल सिंह के साथ बैठक की, तो दूसरे चरण में डीआईजी दीपक कुमार के साथ बैठक कर रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा तथा निकट भविष्य में सुरक्षा व्यवस्था उच्चीकृत करने पर विचार किया गया। परिसर के निरीक्षण एवं बैठकों में राम मंदिर के मुख्य शिल्पी सीबी सोमपुरा के प्रतिनिधि के रूप में उनके पुत्र आशीष एवं निखिल सोमपुरा तथा दिग्गज वास्तुविद एके मित्तल, जगदीश एस आफले भी मौजूद रहे। गर्भगृह की नींव खोदाई से पूर्व किया गया पूजन
- राम मंदिर के लिए नींव की खोदाई का काम 15 जनवरी से ही शुरू हो गया है। गुरुवार से प्रस्तावित मंदिर के मुख्य केंद्र यानी गर्भगृह की भी नींव खोदे जाने का काम शुरू हुआ। गर्भगृह की नींव खोदे जाने से पूर्व राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, कोषाध्यक्ष स्वामी गोविददेव गिरि, सदस्य डॉ. अनिल मिश्र एवं विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेशचंद्र ने विधि विधान से गर्भगृह की भूमि का पूजन भी किया। आज तय होगी तीन माह की कार्य योजना
- मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के क्रम में शुक्रवार को सुबह 10:30 बजे से सर्किट हाउस में ही बैठक होगी। बैठक के इस सत्र में निर्माण क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ एके मित्तल, जगदीश एस आफले, एलएंडटी एवं टीसीए के प्रतिनिधि तथा मंदिर के मुख्य शिल्पी सीबी सोमपुरा के पुत्र आशीष एवं निखिल सोमपुरा शामिल होंगे। बैठक के इस सत्र में मंदिर निर्माण के साथ आगामी तीन माह की कार्य योजना, निर्माण में प्रयुक्त होने वाली सामग्री का प्रबंधन और निर्माण की जरूरत के अनुरूप पावर प्वाइंट की समीक्षा एवं प्रस्तुति दी जाएगी। दूसरे दिन की बैठक का दूसरा और अंतिम सत्र तीसरे पहर तीन से चार बजे तक संयोजित है। इस सत्र में डिजाइन एसोसिएट्स की ओर से मास्टर प्लान और ले आउट की प्रस्तुति दी जाएगी।