अयोध्या से अपहरण कर गोंडा में रेल ट्रैक पर फेंका युवक का शव Ayodhya news
दो दिन बाद पकड़े गए मुख्य आरोपी आशीष सिंह ने पूछताछ के बाद उगला राज।
अयोध्या, जेएनएन। अपहृत युवक मनोज शुक्ला को मौत के घाट उतार दिया गया। मनोज का अपहरण गत बुधवार की रात नगर कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइंस स्थित एक होटल के बाहर से किया गया था। परिजन दो दिनों से कोतवाली नगर में मनोज की बरामदगी को लेकर चक्कर लगा रहे थे। पीडि़त परिवार के पक्ष में राजनीतिक दल व युवाओं का समर्थन बढऩे के बाद कोतवाली पुलिस की आंख खुली।
शुक्रवार की रात मुख्य आरोपी आशीष सिंह को हिरासत में लेने के बाद कड़ाई से पूछताछ के बाद सच्चाई सामने आई। नाराज लोगों ने सिविल लाइंस व रिकाबगंज में मार्ग जाम किया। इससे पहले पीडि़त परिवार ने डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा व केशवप्रसाद मौर्य से मिलकर न्याय की मांग की। डिप्टी सीएम ने भी पुलिस अधिकारियों को प्रभावी कार्रवाई का निर्देश दिया।
कोतवाली नगर क्षेत्र के धारा रोड निवासी मनोज शुक्ला व लक्ष्मणपुरी कॉलोनी निवासी वीरेश सिंह गत 12 जून की रात सिविल लाइंस स्थित एक होटल में खाना खाने आए थे। आरोप है कि खाना खाकर दोनों होटल के बाहर आए तभी वहां पहुंचे वीरेश के भाई आशीष ने दोनों को पीटना शुरू किया और कार में जबरिया बैठा कर अपने साथ लेकर चला गया। आशीष से हुई पूछताछ के बाद पुलिस का कहना है कि आशीष ने अपने घर में वीरेश और मनोज को जमकर पीटा।
वीरेश को परिवार ने बचा कर एक कमरे में बंद कर दिया, जबकि मनोज वहीं अचेत हो गया। मनोज को मृत समझ आशीष ने अपने कुछ अन्य साथियों को उसका शरीर नष्ट करने के लिए सौंप दिया। आशीष के साथियों ने गोंडा जिले के मसकनवां इलाके में ले जाकर मनोज का शव रेल ट्रैक पर डाल दिया, जहां शव को लावारिस अवस्था में पाकर गोंडा पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। मृतक की तस्वीर व अन्य वस्तुओं के आधार पर शव की शिनाख्त के लिए अयोध्या पुलिस परिवारीजनों को साथ लेकर मसकनवां गई है।
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