उत्पीड़न बंद न हुआ 22 से शिक्षक बंद कर देंगे मोबाइल
संघ के पदाधिकारियों ने बीएसए को नोटिस जारी चेतावनी दी है कि यदि कंट्रोल रुम से धमकाना बंद न हुआ तो 22 जनवरी से विद्यालय समय में शिक्षक निजी फोन बंद करके शिक्षण कार्य करेंगे। एमडीएम की सूचना भी नहीं देंगे। नोटिस देने के बाद जिलाध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षकों को निजी फोन पर सूचना देने के लिए बाध्य न किया जाये। और न ही इसको लेकर उत्पीड़न हो अन्यथा समूचा शिक्षक समुदाय सड़क पर उतर कर विरोध दर्ज कराने को बाध्य होगा। उन्होंने एसएमएस एवं फोन काल के बहिष्कार करने के संघ के आवाहन पर बीएसए कार्यालय स्थित कंट्रोल रुम से शिक्षकों को धमकाया जा रहा है, जिस पर उन्होंने कड़ी आपत्ति जताया है। प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र देकर अ
अयोध्या : प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने बीएसए को नोटिस जारी कर चेतावनी दी है कि यदि कंट्रोल रुम से धमकाना बंद न हुआ तो 22 जनवरी से विद्यालय समय में शिक्षक निजी फोन बंद करके शिक्षण कार्य करेंगे। एमडीएम की सूचना नहीं देंगे। नोटिस देने के बाद जिलाध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षकों को निजी फोन पर सूचना देने के लिए बाध्य न किया जाए और न ही इसको लेकर उत्पीड़न हो, अन्यथा समूचा शिक्षक समुदाय सड़क पर उतर कर विरोध दर्ज कराने को बाध्य होगा।
उन्होंने एसएमएस एवं फोन काल के बहिष्कार करने के आह्वान पर बीएसए कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम से शिक्षकों को धमकाया जा रहा है, जिस पर उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई। प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र देकर अवगत कराया है कि कंट्रोल रूम को कंट्रोल नहीं किया गया तो 22 से शिक्षक मोबाइल का स्विच ऑफ करेंगे। पूर्व प्रवक्ता ओमप्रकाश यादव ने बताया कि संगठन ने एसएमएस व फोन से हाजिरी सत्यापन का बहिष्कार किया है। जिला उपाध्यक्ष संतोष यादव ने कहा कि शिक्षक विद्यालय जाते वक्त मानसिक दबाव में रहता है। इसी वजह से आएदिन हड़बड़ी में दुर्घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने दोहराया कि स्व. आशीष ¨सह के परिवारजन को एक करोड़ रुपये प्रदान किये जाये। कहा कि इस पर जिला प्रशासन की चुप्पी शिक्षक विरोधी है। बताया कि शिक्षकों में भारी आक्रोश है। इससे पहले संघ की बैठक में अगली रणनीति पर मंथन हुआ। जिसमें जिलाध्यक्ष के अलावा जिलामंत्री अजीत ¨सह, जिला कोषाध्यक्ष वीरेंद्र भारती रहे। सभी ने बीएसए को बताया कि ये व्यवस्था रोकी न गई तो मध्यान्ह भोजन की सूचना समेत अन्य सूचनाएं बाधित होने पर पूरी जिम्मेदारी विभाग की होगी। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष चक्रवर्ती ¨सह , योगेश्वर ¨सह, जय¨हद ¨सह, मुकेश ¨सह, समीर ¨सह, अजय ¨सह, अनिल ¨सह, राजेश दुबे, दारोगा पाठक, अर¨वद पाठक, डीडी उपाध्याय, रामगोपाल यादव, रामअजोर यादव अन्य शिक्षक रहे। महापौर ऋषिकेश उपाध्याय व बीकापुर विधायक शोभा ¨सह से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
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कार्रवाई हुई कोर्ट जाएंगे शिक्षक
-शिक्षकों का कहना है कि फोन काल से शिक्षकों के सत्यापन की प्रक्रिया शासनादेश के विपरीत है। विभाग ने शिक्षकों को सीयूजी नंबर नहीं उपलब्ध कराया गया। उत्पीड़न पर शिक्षक समुदाय कोर्ट जाएगा। सड़क पर उतरकर आंदोलन चलाने की रणनीति पर संघ विचार कर रहा है।