चुनावी सीजन में मिलों पर गन्ना भुगतान का दबाव
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अयोध्या : नो-केन में केएम शुगर मिल मसौधा लगभग बंदी की राह पर है। 27 अप्रैल को रौजागांव शुगर मिल भी बंद होने के आसार है। करीब 75 करोड़ रुपये चीनी मिलों पर किसानों का बाकी है। इसमें 56.46 करोड़ रुपया अकेले चीनी मिल मसौधा का है। भुगतान के मसले पर चीनी मिल मसौधा ने गन्ना विभाग की परेशानी बढ़ा रखी है। दरअसल जो किसान मार्च-अप्रैल में गन्ना चीनी मिलों को आपूर्ति करते हैं। भुगतान के लिए अगले पेराई सत्र तक उन्हें इंतजार करना पड़ता था।
गन्ना विभाग भुगतान किसानों का इंतजार लंबा न खिचे, चीनी मिलों पर गन्ना एक्ट के मुताबिक 14 दिन में भुगतान का दबाव बनाए हुए है। इसीलिए प्रमुख सचिव से लेकर जिला गन्नाधिकारी तक चीनी मिलों को भुगतान में गन्ना एक्ट का अनुपालन करने की नोटिस दे रहे हैं। जिला गन्ना अधिकारी एपी सिंह के अनुसार अगले माह तक रौजागांव शुगर मिल किसानों का बकाया भुगतान कर देगी। केएम शुगर मिल पर भुगतान के लिए कैश क्रेडिट लिमिट बैक से बढ़ाने का दबाव विभाग बनाए हुए है। उनके अनुसार गन्ना भुगतान में प्रदेश स्तरीय रेटिग में यह जिला टॉपटेन की सूची में शामिल है। उन्होंने बताया कि चीनी मिल मसौधा से जुड़े किसानों का बकाया भुगतान के लिए अगले पेराई सत्र तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। चीनी मिल को भुगतान जल्दी करना होगा।