Move to Jagran APP

सवा अरब रुपये बाकी, गन्ना पर्ची संकट ऊपर से

अयोध्या : चुनावी वर्ष में गन्ना किसान दो मोर्चे पर जूझ रहे हैं। पहला तो गन्ना बिक्री के लिए पर्ची मिलने की चुनौती है तो दूसरा 14वें दिन गन्ना भुगतान का दावा बेअसर है। चालू पेराई सत्र में 14वें दिन के हिसाब से गन्ना बकाए की सबसे ज्यादा रकम केएम शुगर मिल पर 79 करोड़ 42 लाख रुपये है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 11:58 PM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 11:58 PM (IST)
सवा अरब रुपये बाकी, गन्ना पर्ची संकट ऊपर से
सवा अरब रुपये बाकी, गन्ना पर्ची संकट ऊपर से

अयोध्या : चुनावी वर्ष में गन्ना किसान दो मोर्चे पर जूझ रहे हैं। पहला तो गन्ना बिक्री के लिए पर्ची मिलने की चुनौती है तो दूसरा 14वें दिन गन्ना भुगतान का दावा बेअसर है। चालू पेराई सत्र में 14वें दिन के हिसाब से गन्ना बकाए की सबसे ज्यादा रकम केएम शुगर मिल पर 79 करोड़ 42 लाख रुपये है। जिला गन्ना अधिकारी एपी ¨सह के अनुसार सीसीएल कम होने से चीनी मिल मसौधा भुगतान के लिए संतुलन नहीं बैठा पा रही है।

loksabha election banner

उनके अनुसार सोमवार की बैठक में चीनी मिल मसौधा प्रबंधन को गन्ना एक्ट के मुताबिक भुगतान सुनिश्चित करने के लिए सीसीएल बढ़ाने के लिए दबाव बनाया गया है। लीगल नोटिस पहले ही जिलाधिकारी की तरफ से दी जा चुकी है। बैठक में पर्ची किल्लत दूर करने एवं भुगतान नियत समय पर करने का शासन की मंशा से चीनी मिल प्रबंधन मसौधा एवं रौजागांव को अवगत करा दिया गया है। रौजागांव चीनी मिल पर14वें दिन के हिसाब से किसानों को 21 करेाड़ 58 लाख रुपये बाकी है। किसान रामकिशोर वर्मा का कहना है कि चीनी मिलें किसानों को परेशान करने के मकसद से पूरी क्षमता से पेराई नहीं कर रही हैं। पेराई क्षमता के अनुसार गन्ना विभाग किसानों को कलेंडर जारी करता है। उनका कहना है कि क्षमता के अनुरूप पेराई न करने से पर्ची सकंट बढ़ता जा रहा है।

जिला गन्ना अधिकारी के अनुसार मसौधा चीनी मिल की पेराई लगभग क्षमता के अनुरूप है। रौजागांव की पेराई करीब 10 फीसद कम है। तकनीकी गड़बड़ी को दूर करने का निर्देश दिया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही वह क्षमता के अनुरूप पेराई शुरू कर देगी। रौजागांव के किसानों के पर्ची का संकट उसी के बाद दूर हो जाएगा। नियत पखवारे के हिसाब से किसानों को बिक्री के लिए पर्ची मिल सकेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.