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बेदम हो गई खेती-किसानी की 'आकाशवाणी'

कुमारगंज (फैजाबाद) : नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय के आंगन से किसानों की तकदीर संवारने के

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Oct 2018 12:03 AM (IST)Updated: Mon, 08 Oct 2018 12:03 AM (IST)
बेदम हो गई खेती-किसानी की 'आकाशवाणी'
बेदम हो गई खेती-किसानी की 'आकाशवाणी'

कुमारगंज (फैजाबाद) : नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय के आंगन से किसानों की तकदीर संवारने के लिए निकलने वाली आवाज बेदम हो गई है। यहां स्थापित आकाशवाणी केंद्र न सिर्फ बंद हो गया, बल्कि इसमें लगे उपकरण खराब हो चुके हैं। केंद्र संचालन की स्थिति में नहीं है। अब न तो यहां से वैज्ञानिकों की आवाज किसानों तक पहुंच रही है और न ही किसान सूचनाओं का प्रयोग ही कर पा रहे हैं। इस स्थिति में प्रसार निदेशालय के कामकाज पर सवाल खड़े हो गए हैं।

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2004 वर्ष में लाखों की लागत से कृषि विवि में रेडियो कम्युनिटी सेंटर खोलने का प्रोत्साहन मिला और इसी के बाद यहां रेडियो केंद्र बनकर तैयार हो गया। तकरीबन साल भर तक यहां के प्रसार निदेशालय की ओर से विवि कृषिकीय तकनीकी, नए शोध, नए बीज किस मौसम में कौन सी फसल कब बोई जा सकती है, इसकी जानकारी दी जाती रही। मौसम की जानकारी, कितनी खाद का प्रयोग करना चाहिए, कटाई में किस तकनीक का प्रयोग करें, प्रसंस्करण आदि विषय की जानकारी प्रसारित की जाती रही।

रेडियो प्रसारण के कार्यक्रम धीरे-धीरे लोकप्रिय हो गए थे। जब ये मुहिम किसानों की आवाज बनने लगी तो अचानक कार्यक्रम का प्रसारण बंद हो गया। किसान मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने कहा कि रेडियो केंद्र के दोबारा संचालन का प्रयास जल्द शुरू होगा।

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कोशिश नहीं चढ़ रही परवान

-गत दिनों कुलपति प्रो.जेएस संधू ने रेडियो केंद्र को शुरू कराने के लिए पत्र शासन भेजा पर अब तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। प्रसार निदेशक डॉ.एपी राव ने बताया कि इस दिशा में ठोस पहल की जा रही है।


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