मंदिर के लिए अधिकृत खदानों से आएंगे पत्थर
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट यह सुनिश्चित करेगा कि जिन खदानों से मंदिर निर्माण के लिए पत्थर लाये जाएं वे पूरी तरह से अधिकृत हों।
अयोध्या : राजस्थान के भरतपुर में स्थित उन खदानों पर रोक से श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट विचलित नहीं है, जहां से मंदिर निर्माण के लिए लाल पत्थर आने हैं। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने कहा, अवैध खनन रोकना किसी सरकार की अपनी जिम्मेदारी है और जहां तक मंदिर के लिए पत्थर मिलने का सवाल है, उसका कोई संकट नहीं है। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट यह सुनिश्चित करेगा कि जिन खदानों से मंदिर निर्माण के लिए पत्थर लाये जाएं वे पूरी तरह से अधिकृत हों।
बकौल मिश्र कई ऐसे भी स्थल हैं, जहां पहले से ही समुचित मात्रा में पत्थर का भंडारण कर रखा गया गया है और ट्रस्ट की योजना इन स्थलों से भी पत्थर खरीद की है। पांच अगस्त को भूमि पूजन के बाद से तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर निर्माण की दिशा में युद्धस्तर पर सक्रिय है। तीन दशक पूर्व प्रस्तावित मंदिर के आकार-प्रकार में वृद्धि के साथ समय से मंदिर निर्माण किसी चुनौती से कम नहीं माना जा रहा है। जहां पूर्व प्रस्तावित मंदिर में एक लाख 75 हजार घन फीट पत्थर की जरूरत थी, वहीं आकार में वृद्धि के बाद पत्थर की जरूरत बढ़कर करीब चार लाख घन फीट हो गयी है। पूर्व प्रस्तावित मंदिर जहां 268 फीट लंबा, 140 फीट चौड़ा एवं 128 फीट ऊंचा था, वहीं आकार वृद्धि के बाद प्रस्तावित मंदिर 360 फीट लंबा, 235 फीट चौड़ा एवं 161 फीट ऊंचा है।