अयोध्या विवाद पर कोई अध्यादेश लाने की जरूरत नहीं, कोर्ट का फैसला ही मान्यः इकबाल
इकबाल अंसारी ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम दोनों को कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। राम मंदिर के लिए कोई अध्यादेश लाने की जरूरत नहीं है।
By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 26 Dec 2018 01:47 PM (IST)Updated: Wed, 26 Dec 2018 01:47 PM (IST)
अयोध्या, जेएनएन। अयोध्या विवाद में बाबरी मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी इन दिनों अपने पिता की तरह ही हिंदू मुस्लिम के बीच तालमेल बनाने की कोशिश में है। हाल ही में बाबरी एक्शन कमेटी की बैठक से लौटकर आए बाबरी मस्जिद मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या मामला कोर्ट में है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही मान्य है। उल्लेखनीय है कि उनके पिता हाशिम अंसारी राम मंदिर मुद्दे को आपसी सहमति के साथ सुलझाने के पक्षधर थे।
कोर्ट के फैसले का हिंदू और मुस्लिम दोनों करें सम्मान
इकबाल अंसारी ने कहा कि 4 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मामले की सुनवाई होने जा रही है। यह सुनवाई नियमित भी हो सकती है। हिंदू और मुस्लिम दोनों को कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। राम मंदिर के लिए किसी तरह का कोई अध्यादेश लाने की जरूरत नहीं है। हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षकार कोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगे। गम हो या खुशी दोनों पक्ष कोर्ट के फैसले का सम्मान किया है।
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