Shri Ram Mandir Ayodhya: मंदिर के साथ परवान चढ़ी स्वदेशी की मुहिम
Shri Ram Mandir Ayodhya कारसेवकपुरम में पंचगव्य से निर्मित सामान न सिर्फ खरीदते हैं बल्कि स्वदेशी अपनाने का संकल्प भी लेते हैं।
अयोध्या [नवनीत श्रीवास्तव]। Shri Ram Mandir Ayodhya: पांच अगस्त की तारीख संस्कृति- संस्कार के साथ-साथ स्वदेशी के विस्तार की भी तिथि बन गई है। राममंदिर के भूमिपूजन के बाद श्रद्धालु अयोध्या की ओर उन्मुख हैं। वे यहां आते हैं तो रामलला का दर्शन पूजन करने के उपरांत न्यास कार्यशाला और कारसेवकपुरम जाना नहीं भूलते। कारसेवकपुरम में पंचगव्य से निर्मित सामान न सिर्फ खरीदते हैं, बल्कि स्वदेशी अपनाने का संकल्प भी लेते हैं। लॉकडाउन और कोरोना की बंदिशों से मंदी पड़ी पंचगव्य निर्मित सामग्री की बिक्री अब नए सिरे से परवान चढ़ी है।
संघ व विहिप कार्यकर्ताओं की नई व पुरानी पांत-पीढ़ी इन्हीं उत्पादों के उपयोग की हामी रही है तो अब कारसेवकपुरम में तैयार हो रहे उत्पाद श्रद्धालुओं को स्वदेशी की दीक्षा दे रहे हैं। कारसेवकपुरम में करीब 60 गोवंशों से युक्त समृद्ध श्रीराम गोशाला भी है, जिसका पंजीकरण वर्ष 2000 में हुआ था। तभी से गोबर, गोमूत्र, गोघृत आदि से अनेक उत्पादों का निर्माण आरंभ हुआ था। इन उत्पादों को देश के अलग-अलग प्रांतों में कोरियर से भेजा भी जाता रहा है। इन उत्पादों की नेपाल में भी अच्छी मांग रही है, जबकि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल सहित अन्य दक्षिणी राज्यों के निवासियों की पसंद भी यहां के उत्पाद रहे हैं।
हालांकि, कोरोना काल में उत्पादों को नेपाल नहीं भेजा सका है। बाहर से श्रद्धालुओं का आना बंद हुआ तो बिक्री भी खासी प्रभावित हो गई, लेकिन भूमि पूजन के बाद से इनकी बिक्री में फिर से इजाफा हुआ है। श्रीराम गोसेवा समिति के सह प्रबंधक शरद शर्मा ने बताया कि मंदिर के भूमिपूजन के बाद से जहां अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है तो कारसेवकपुरम आने वाले श्रद्धालु पंचगव्य से निर्मित उत्पादों की भी खरीद करते हैं। उन्होंने बताया कि मौजूदा वक्त में गोमूत्र अर्क, मालिश तेल, साबुन आदि की मांग ज्यादा है।
ये हैं अहम उत्पाद अयोध्या
कारसेवकपुरम परिसर में पंचगव्य से कामधेनु अर्क, घनवटी, कामधेनु मालिश तेल, मलहम, बालफल रस, केशर निखार, कामधेनु दंत रक्षक, साबुन, उबटन, एक्जिमा साबुन, श्रीराम गोधूप, नेत्र रक्षक व कान की दवा निर्मित की जाती है।