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11 माह से लखनऊ रेफर किए जा रहे हादसों में गंभीर रूप से घायल लोग

सड़क सुरक्षा माह का आगाज हो गया है। हादसों की दुहाई देकर शासन-प्रशासन लोगों को जागरूक करने में लगा हुआ है। यह प्रयास अच्छा है और इसे बल भी मिलना चाहिए लेकिन इसी के साथ घायलों के उपचार की व्यवस्था पर भी गौर करने की जरूरत है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 07:58 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 07:58 PM (IST)
11 माह से लखनऊ रेफर किए जा रहे हादसों में गंभीर रूप से घायल लोग
11 माह से लखनऊ रेफर किए जा रहे हादसों में गंभीर रूप से घायल लोग

अयोध्या : सड़क सुरक्षा माह का आगाज हो गया है। हादसों की दुहाई देकर शासन-प्रशासन लोगों को जागरूक करने में लगा हुआ है। यह प्रयास अच्छा है और इसे बल भी मिलना चाहिए, लेकिन इसी के साथ घायलों के उपचार की व्यवस्था पर भी गौर करने की जरूरत है। घायलों के उपचार के लिए जिले में स्थित एक मात्र ट्रामा सेंटर है जो 11 माह से बंद चल रहा है। कोरोना संकट के दौरान बंद किया गया ट्रामा सेंटर अनलॉक के बाद भी पुन: शुरू नहीं हो सका है, जबकि निजी से लेकर सरकारी अस्पताल मरीजों के उपचार में रात-दिन संचालित किए जा रहे हैं। ट्रामा सेंटर बंद होने से घायलों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में जिला अस्पताल जाने के लिए उन्हें मजबूर होना पड़ रहा है, जहां घायलों के समुचित उपचार की सुविधा न होने के कारण लखनऊ रेफर कर दिया जाता है। बीते माह के आंकड़े बताते हैं कि अब तक 103 घायलों को लखनऊ रेफर किया जा चुका है। हादसों में गंभीर घायल होने वालों के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज दर्शननगर में ट्रामा सेंटर स्थापित किया गया है। फिर भी कोरोना काल मार्च माह से बंद ट्रामा सेंटर में इलाज अभी शुरू नहीं हो सका। यहां तैनात कर्मचारी ट्रामा सेंटर में इलाज बंद होने की जानकारी दे रहे हैं। इसके बाद परिवारीजन जब जिला अस्पताल लाते हैं तो यहां भी व्यवस्था ठीक न होने के कारण घायलों को लखनऊ के लिए रेफर कर दिया जाता है। इसका अंदाजा सिर्फ 20 दिन के आंकड़े देखने से लगाया जा सकता है। चिकित्सालय के अभिलेखों में एक से 20 जनवरी के बीच कुल 193 गंभीर मरीज लखनऊ रेफर किए जा चुके हैं, इनमें से 103 लोग हादसों में गंभीर रूप से घायल हुए थे।

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गंभीर मरीजों के इलाज के लिए होल्ड एरिया बनाया गया है, जिनको भर्ती कर कोरोना जांच के बाद इलाज किया जा रहा है। सीएमएस को ट्रामा सेंटर शुरू करने के लिए कहा गया है। अभी तक क्यों अभी नही शुरू हो सका, इस बारे में जानकारी ली जाएगी।

प्रो. विजय कुमार, प्राचार्य राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शननगर

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गुरुवार को प्राचार्य ने ट्रामा सेंटर में इलाज शुरू करने के लिए फोन किया था। इसमें लगने वाले चिकित्सकों को कोरोना कंट्रोल सेंटर में लगाया गया है। इसकी जानकारी प्राचार्य को दे दिया गया है। चिकित्सक मिलने पर ट्रामा सेंटर में इलाज शुरू हो सकेगा।

डॉ. अरविद सिंह, सीएमएस राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शननगर


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