पोंजी स्कीम चलाने वाली कंपनियों में डूब रही गाढ़ी कमाई : शरद
अयोध्या अवध विश्वविद्यालय में निवेशक जागरूकता को लेकर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। इसका आयोजन सेबी एएमएफआइ और विवि व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग के संयोजन में संगोष्ठी में वक्ताओं ने निवेशकों से अहम जानकारी साझा की। वक्ताओं ने कहाकि कम समय में कोई अधिक रकम नहीं दे सकता। यदि ऐसा कोई कहता है तो निश्चित रूप से पड़ताल करने के बाद धनराशि का निवेश करें।
अयोध्या : अवध विश्वविद्यालय में निवेशक जागरूकता को लेकर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। इसका आयोजन सेबी, एएमएफआइ और विवि व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग के संयोजन में संगोष्ठी में वक्ताओं ने निवेशकों से अहम जानकारी साझा की। वक्ताओं ने कहाकि कम समय में कोई अधिक रकम नहीं दे सकता। यदि ऐसा कोई कहता है तो निश्चित रूप से पड़ताल करने के बाद धनराशि का निवेश करें।
मुख्य वक्ता सेबी के क्षेत्रीय निदेशक शरद कुमार शर्मा ने कहाकि पोंजी स्कीम चलाने वाली कंपनियां में लोगों की गाढ़ी कमाई डूब रही है। उन्होंने कहा कि धनराशि का निवेश सोच विचार कर और पूरी पड़ताल करने के बाद ही करना चाहिए। विवि के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने सेबी के अधिकारियों से जागरूकता में तेजी लाने का आह्वान किया। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने ऐसे जागरूकता अभियानों को ग्रामीण स्तर पर चलाने की सलाह दी। कहा, ग्रामीणांचल में इसके लिए अधिक प्रयास की जरूरत है। ग्राम पंचायत स्तर के अधिकारियों व प्रतिनिधियों को एकत्र कर लोगों को जागरूक किया जाए तो इसका कहीं ज्यादा फायदा मिल सकता है।
एएमएफआइ के उपाध्यक्ष अतुल कामदार ने निवेशकों को कंपाउडिग का प्रभाव एवं म्युचुअल फंड की जानकारी दी। गोष्ठी के आयोजक प्रो. आरएन राय ने कहाकि इस तरह के कार्यक्रम से लोगों को निवेश के प्रति जागरूक किया जा सकता है। प्रो. अशोक शुक्ल ने कहाकि निवेशकों को अपनी पूंजी सोच समझ कर निवेश करना चाहिए। एनएसई की उपाध्यक्ष रेनू भंडारी ने धनराशि के निवेश की जानकारी दी। सेबी महाप्रबंधक लांबर सिंह एवं उप महाप्रबंधक अतुल अग्रवाल, सलाहकार सूर्यकांत ने प्रश्नों का सही जवाब देने वाले पांच विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया।
संचालन डॉ. शैलेंद्र वर्मा ने किया। संयोजक परशुराम मिश्र ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर प्रो. हिमांशु शेखर सिंह, डॉ. रोहित सिंह राना, डॉ. अंशुमान पाठक, डॉ. महेंद्र पाल, कपिलदेव चौरसिया, डॉ. एके पांडेय, प्रवीण राय, डॉ. निमिष, डॉ. श्रीश अस्थाना, जूलियस कुमार, रविद्र भारद्वाज, सूरज सिंह आदि थे।