संयोग देखिए..अयोध्या पहुंची सरयू-यमुना, जनकपुर रवाना हुआ पहला यात्री
लॉकडाउन में फंसे रहे नेपाली छात्र मुस्तफा ने रेलवे को दिया धन्यवाद 68 दिन बाद पहली यात्री ट्रेन सरयू-यमुना एक्सप्रेस पहुंची फैजाबाद जंक्शन
अयोध्या : रामनगरी के लिए यह बड़ा इत्तिफाक ही है। 68 दिन बाद अयोध्या पहुंची पहली ट्रेन का नाम सरयू-यमुना और रवाना होने वाला यात्रा जनकपुर का निवासी था। संयोग यूं ही है। अयोध्या सरयू तट पर बसी है और रामनगरी से जनकपुर का पौराणिक रिश्ता परिचय का मोहताज नहीं है। नेपाल आज भले ही भारत को असहज करने की कोशिश कर रहा हो, लेकिन उसका एक नागरिक आज भारत को धन्यवाद देकर गया है। जनकपुर निवासी मुस्तफा लॉकडाउन में यहां फंस गया था। यात्री साधन बंद होने की वजह से वह अपने घर नहीं जा सका था। मवई स्थित एक मदरसे के काजी उसकी मददगार में सामने आए। उन्होंने मुस्तफा को ठौर दिया। ढाई महीने तक वह अपनों से मिलने के लिए बेचैन रहा। तभी पता चला कि भारत सरकार ट्रेन चलाने जा रही है तो उसमें परिवार से मिलने की उम्मीद जाग उठी। मालूम हुआ कि लॉकडाउन के बाद पहली बार मंगलवार को सरयू-यमुना एक्सप्रेस फैजाबाद जंक्शन पहुंचेगी। मुस्तफा के पास टिकट खरीदने के रुपये नहीं थे। ऐसे में काजी ने उसे आरक्षित टिकट उपलब्ध कराया। परिवार से मिलने का रास्ता जैसे-जैसे साफ हो रहा था, मुस्तफा के चेहरे की रौनक बढ़ रही थी। मंगलवार की सुबह स्टेशन पहुंचे मुस्तफा का अतिथि की तरह सत्कार हुआ। वाणिज्य निरीक्षक अजय सिंह और मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक कौशल किशोर ने थर्मल स्कैनिग और आवश्यक विवरण लेने के उपरांत गुलाब भेंट कर उसे रवाना किया। ट्रेन में सवार होने से पूर्व मुस्तफा ने अधिकारियों से कहाकि यहां उसे लेकर आए लोग तो छोड़कर चले गए, लेकिन अन्य लोगों ने साथ दिया। काजी साहब ने देखरेख की। अयोध्या की यह सभ्यता और संस्कृति की यादें लेकर वह नेपाल जा रहा है, जिसे अपने लोगों से जरूर साझा करेगा।
.........
स्टेशन से रवाना होने वाला एकमात्र यात्री
अनलॉक के बाद पहली बार अयोध्या से होकर गुजरी सरयू-यमुना एक्सप्रेस में यहां एक मात्र यात्री के रूप में मुस्तफा सवार हुआ। रेलवे की ओर से दी गई सुविधाओं से वह संतुष्ट था। मुस्तफा यहां मवई स्थित एक मदरसे में पढ़ने आया था। वाणिज्य निरीक्षक अजय सिंह ने बताया कि गाइड लाइन के अनुसार यात्रियों को रवाना किया जाएगा। सरयू-यमुना एक्सप्रेस और साबरमती एक्सप्रेस दो ट्रेनें ही अयोध्या से होकर गुजरेंगी।