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कड़ाके की ठंड में गर्म वर्दी के बिना जिम्मेदारी निभा रहे सफाई मित्र

कोरोना संकट के बीच स्वच्छता चुनौती बनी तो कोरोना संकट के बीच स्वच्छता चुनौती बनी तो सफाई मित्रों ने आगे बढ़कर अपना दायित्व निभाया। आम नागरिक से लेकर शासन-प्रशासन तक ने उनके जज्बे की सराहना की और यह माना कि अपने स्वास्थ्य को दांव पर लगाकर सफाई मित्रों ने संकट काल में भी शहर को स्वच्छ रखने का कार्य किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 11:20 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 11:20 PM (IST)
कड़ाके की ठंड में गर्म वर्दी के बिना जिम्मेदारी निभा रहे सफाई मित्र
कड़ाके की ठंड में गर्म वर्दी के बिना जिम्मेदारी निभा रहे सफाई मित्र

अयोध्या : कोरोना संकट के बीच स्वच्छता चुनौती बनी तो सफाई मित्रों ने आगे बढ़कर अपना दायित्व निभाया। आम नागरिक से लेकर शासन-प्रशासन तक ने उनके जज्बे की सराहना की और यह माना कि अपने स्वास्थ्य को दांव पर लगाकर सफाई मित्रों ने संकट काल में भी शहर को स्वच्छ रखने का कार्य किया। आज भी कड़ाके की ठंड में सुबह जब रजाई से निकलने की हिम्मत नहीं होती, ऐसे वक्त सफाई मित्र अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए मुस्तैद होते हैं, लेकिन इन सफाई मित्रों को नगर निगम स्तर से उपेक्षा झेलनी पड़ रही है। ठंड के मौसम में सफाई कर्मियों को नगर निगम की ओर से मिलने वाली एक अदद गर्म वर्दी भी उपलब्ध नहीं है। दिसंबर माह बीत चुका है और सफाई मित्रों को जाड़े में मिलने वाली गर्म वर्दी नहीं मिली है। नगर निगम में नियमित व ठेके पर मिला कर 1700 से अधिक सफाई मित्र हैं। इनमें नियमित सफाई मित्रों को गर्मी व जाड़े में विभाग की ओर से वर्दी दिए जाने का प्रावधान है, लेकिन पिछले कई सालों से यह सुविधा सफाई मित्रों को नहीं मिल रही है। उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ वर्दी की मांग सहित सफाई कर्मियों की कई मांगों को लेकर संघर्ष कर रहा है। संगठन की मांगों को नगर निगम ने माना तो नियमित कर्मचारियों की वर्दी से जुड़ी समस्या का हल हो जाएगा, लेकिन एक हजार से अधिक ठेका सफाई कर्मियों के सामने फिर भी वर्दी का संकट बना रहेगा। ठेके पर रखे गए सफाई कर्मी नियमित सफाई कर्मियों से किसी स्तर पर कम नहीं है। संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेमप्रकाश कहते हैं कि सफाई कर्मियों को वर्दी देना नगर निगम की जिम्मेदारी है। ठेका सफाई कर्मी भी पूरी जिम्मेदारी से अपना कार्य कर रहे हैं। इन्हें भी वर्दी मिलनी चाहिए। नगर निगम प्रशासन सेवा प्रदाता कंपनी से संपर्क कर उन्हें भी वर्दी मुहैया कराए। संगठन इस बारे में नगर निगम प्रशासन से वार्ता करेगा।

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