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मंदिर मुद्दे की सरगर्मी से आप्लावित हो रही रामनगरी

रघुवरशरण, अयोध्या : रामनगरी इन दिनों मंदिर मुद्दे की सरगर्मी से आप्लावित है। एक ओर मंि

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 12:16 AM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 12:16 AM (IST)
मंदिर मुद्दे की सरगर्मी से आप्लावित हो रही रामनगरी
मंदिर मुद्दे की सरगर्मी से आप्लावित हो रही रामनगरी

रघुवरशरण, अयोध्या : रामनगरी इन दिनों मंदिर मुद्दे की सरगर्मी से आप्लावित है। एक ओर मंदिर के लिए कानून बनाने की मांग के साथ 24 नवंबर को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आगमन की तैयारी सुर्खियों में है। ..तो दूसरी ओर 25 नवंबर को विहिप की ओर से प्रस्तावित धर्मसभा की धमक भी गूंजने लगी लगी है। मंदिर के अन्य दावेदारों सहित मंदिर-मस्जिद विवाद से जुड़े पक्षकार भी अपने-अपने स्तर से ताल ठोंक रहे हैं। शुक्रवार की सुबह से मोक्षदायिनी नगरी की 14 कोसी परिक्रमा शुरू हो रही है। परिक्रमा को लेकर पूर्व संध्या से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है। कोई और साल होता, तो रामनगरी परिक्रमार्थियों के स्वागत में समर्पित नजर आती पर इस बार मंदिर मुद्दे की दावेदारी फलक पर है। बड़ा भक्तमाल मंदिर के जिस विशाल परिसर में विहिप की धर्मसभा प्रस्तावित है, उसके समतलीकरण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। समतलीकरण के काम में तो कुछ दर्जन श्रमिक लगे हैं पर उसकी निगरानी के लिए सांसद, महापौर, विधायक सहित विहिप-भाजपा के कार्यकर्ताओं का तांता लग रहा है, जो यह बता रहा है कि विहिप की धर्मसभा कितनी प्रतिष्ठापरक बन पड़ी है। हालांकि आयोजक एक लाख और आयोजन की तैयारी में लगे कार्यकर्ता धर्मसभा में दो लाख तक की भीड़ जुटाने का भरोसा दिला रहे हैं पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को जुटाना आसान नहीं होगा। रामनगरी का मौजूदा माहौल 1989 के रामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ, 1990 और 92 की कारसेवा जैसा है पर आज मंदिर मुद्दे के प्रति उस दौर जैसी प्रतिबद्धता शायद ही हो। इसके बावजूद यदि लाखों की भीड़ जुटाने का हौसला है, तो उसके पीछे संगठन और सत्ता के विशद प्रबंधन पर भरोसा है। कारसेवकपुरम में विहिप एवं संघ के शीर्ष पदाधिकारियों का जमघट लगने लगा है और वे सत्र दर सत्र बैठकों के माध्यम से धर्मसभा की सफलता का आह्वान कर रहे हैं। आयोजन से जुड़े जिम्मेदार प्रतिनिधि शिक्षण संस्थानों में भी दस्तक दे धर्मसभा के लिए छात्रों तथा शिक्षकों को बुला कर रहे हैं।

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एक माह में चार बार आ चुके हैं संजय राउत

- मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने की मांग के साथ 24 नवंबर को अयोध्या पहुंच रहे उद्धव ठाकरे के दौरे को कामयाब बनाने में जुटे शिवसेना संसदीय दल के नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत सहित शिवसेना के कई सांसद, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और विधायक पखवारे भर पूर्व से ही रामनगरी का चक्कर लगा रहे हैं और कई ने तो यहीं डेरा डाल रखा है। राउत माह भर के दौरान गत सोमवार को चौथी बार रामनगरी के दौरे पर पहुंचे। दो दिन प्रवास के साथ पार्टी प्रमुख के आगमन की तैयारियों को अंतिम रूप देकर वापस लौट गए पर महाराष्ट्र के सार्वजनिक उपक्रम मंत्री एकनाथ ¨शदे आयोजन से जुड़ी कोर कमेटी के साथ डेरा डालकर कार्यकर्ताओं को युद्धस्तर पर लगने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। 24 को अपराह्न विमान से अयोध्या पहुंच रहे उद्धव उसी दिन रामनगरी के 1100 संतों का पूजन करेंगे और अगले दिन रामलला का दर्शन करेंगे।

इन आयोजनों से भी सरगर्मी को मिला आयाम

- हनुमानबाग मंदिर में मंदिर के पक्षकार महंत धर्मदास ने बाबरी मस्जिद के मुद्दई मो. इकबाल के साथ बैठक कर मंदिर-मस्जिद विवाद की शीघ्र सुनवाई के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया, तो तपस्वी जी की छावनी के महंत परमहंसदास ने मंदिर निर्माण में बाधा बने नेताओं की मति शुद्ध के लिए गुरुवार को ही अनुष्ठान किया।


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