पीएफ घोटाले के विरोध में कार्यबहिष्कार शुरू
संसू अयोध्या पीएफ घोटाला 45 हजार बिजली कर्मचारियों का 4
अयोध्या : पीएफ घोटाले से भड़के पावर कारपोरेशन के कर्मियों ने 48 घंटे का कार्य बहिष्कार आरंभ कर दिया है। कर्मियों की मांग की है कि पीएफ के भुगतान की जिम्मेदारी सरकार स्वयं ले और गजट नोटीफिकेशन जारी करे। कर्मियों ने पूर्व चेयरमैन और अन्य जिम्मेदार आइएएस अधिकारियों को भी गिरफ्तार करने की मांग की है।
विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के बैनर तले पावर कर्मियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहाकि पीएफ घोटाले में डूबी धनराशि के भुगतान की जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए। यह भी कहा कि यदि सरकार इस मांग पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती तो आंदोलन का अगला कदम उठाया जाएगा।
वक्ताओं ने कहाकि नौकरशाह सरकार को गुमराह कर रहे हैं। सवाल उठाया कि वर्ष 2000 में ऐसी ही गारंटी सरकार ले चुकी है तो अब यह जिम्मेदारी लेने से सरकार क्यों करता रही है? कर्मियों ने पावर कारपोरेशन के पूर्व चेयरमैन व उनके अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त कर तत्काल गिरफ्तारी करने की मांग की है। धरना देने वालों में डीसी दीक्षित, रविद्र गुप्त, एसके सिंह, एसके पांडेय, मनोज गुप्त, श्रीकांत, बब्लू सिंह, पंकज तिवारी, अभय चौबे, रोहित सिंह, एसपी सिंह, रघुवंश मिश्र, संजय सिंह, एके शुक्ल आदि थे। बाधित रहा कामकाज
-हड़ताल की वजह से पावर कारपोरेशन के विभिन्न कार्यालयों में कामकाज ठप रहा। इस वजह से बिल जमा करने आए उपभोक्ताओं को वापस लौटना पड़ा। मंगलवार को कामकाज पूरी तरह बाधित रहेगा। मांग के समर्थन में आप
अयोध्या : आम आदमी पार्टी ने बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं की मांगों को पूर्ण समर्थन दिया है। प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहाकि कर्मचारी जीवन भर बचत भविष्य सुरक्षित करने के लिए करने हैं, लेकिन सरकार की गलत नीतियों की वजह से कर्मियों का धन दांव पर लग गया है। सिंह ने कहाकि कर्मियों के धन के भुगतान की गारंटी सरकार को लेनी चाहिए।