एमआरएफ के संचालन को तलाशी जा रही निजी फर्म
संस्था को भवन और संसाधन नगर निगम कराएगा उपलब्ध. सूखे कूड़े के बेहतर प्रबंधन के लिए होगी मटीरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर की स्थापना.
अयोध्या : मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) को लेकर नगर निगम तेजी के साथ अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ा रहा है। माना जा रहा है कि एमआरएफ का संचालन होने से नगर निगम इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में आगे निकल सकता है। एमआरएफ का निर्माण नगर निगम करा रहा है, लेकिन इसका संचालन निजी हाथों में होगा। ऐसा निर्णय हाल ही में नगर निगम अधिकारियों से आपसी विमर्श में लिया है। एमआरएफ संचालन के लिए नगर निगम निजी फर्म की तलाश कर रहा है, जिसके लिए निविदा भी जारी कर दी गई है। एमआरएफ रामनगरी में कांशीराम कॉलोनी के निकट स्थापित किया जा रहा है। स्वच्छता के पैमाने पर खरा उतरने के लिए नगर निगम ने एमआरएफ के रूप में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मटेरियल रिकवरी फैसलिटी सेंटर की स्थापना के पीछे उद्देश्य ठोस कचरे का बेहतर प्रबंधन करना है। इस योजना का लाभ रामनगरी के ही 15 वार्डों को मिलेगा। अभी फैजाबाद में इस सेंटर की सुविधा अभी नहीं दी गई है। योजना का विस्तार होने के बाद फैजाबाद नगर में भी एमआरएफ की स्थापना हो सकती है। भवन बनाने के लिए 35 लाख रुपये स्वीकृत हो चुके हैं।
एमआरएफ सेंटर में सूखे कूड़े से प्लास्टिक, रबर, पॉलीथिन, लोहा, कांच और कागज अलग करने के लिए बनाया जाएगा। इसके साथ ही पॉलीथिन, प्लास्टिक आदि कचरे के निस्तारण के लिए मशीनें भी लगाई जाएंगी। एमआरएफ सेंटर में लगने वाले यंत्र के लिए शासन अगल से बजट देगा। इस सेंटर की स्थापना होने से रोजगार के द्वार भी खुलेंगे। अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह कहते हैं कि सूखे कूड़े से पुन: उपयोगी वस्तुओं को अलग कर इस संयंत्र से उन्हें कणों में तब्दील कर निस्तारित किया जाएगा। एमआरएफ संचालन के लिए निजी संस्था की तलाश की जा रही है। संस्था को भवन और संसाधन नगर निगम मुहैया कराएगा।