रामनगरी में भी प्रधानमंत्री के प्रति आत्मीयता छलकी
- कहीं आदित्यह्रदय स्तोत्र की यज्ञाहुति तो कहीं अश्वमेध यज्ञ
अयोध्या : जन्म दिन पर रामनगरी में भी प्रधानमंत्री के प्रति आत्मीयता छलकी। 2014 में प्रधानमंत्री पद पर नरेंद्र मोदी का नाम प्रस्तावित होने के साथ उनके लिए अमोघ वैदिक अनुष्ठान कर रहे रामादल अध्यक्ष पं. कल्किराम ने 1600 कमल पुष्पों से आदित्यह्रदय स्तोत्र पाठ की यज्ञाहुति दी। इससे पूर्व रामलला को आदित्यह्रदय स्तोत्र सुनाकर मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास ने अनुष्ठान की शुरुआत की। प्रधानमंत्री के जन्मदिन के ही उपलक्ष्य में पं. कल्किराम ने मुख्य अर्चक को रामलला की नई पोशाक सौंपी। पं. कल्किराम विभिन्न पर्वों एवं विशेष अवसरों पर रामलला को पोशाक भेंट करते हैं। आचार्य पीठ श्री तपस्वीजी की छावनी में महंत परमहंसदास ने प्रधानमंत्री की दीर्घायु के लिए यज्ञ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, जिस तरह प्रधानमंत्री ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया, तीन तलाक हटाया, सेना को मजबूत किया और राष्ट्रहित में अनगिनत कार्य किए, ठीक उसी तरह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए भारत को हिदू राष्ट्र भी घोषित करेंगे। परमहंसदास ने बुधवार से ही प्रधानमंत्री की यशवृद्धि एवं दीर्घायु के लिए उपवास रखा।
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टेलीग्राम भेज दी बधाई
- दंतधावनकुंड पीठाधीश्वर महंत नारायणाचारी ने टेलीग्राम भेज कर प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी तथा कहा, उन जैसा महान सपूत सौ वर्ष तक मां भारती की सेवा करता रहे।