बैंकों में नई व्यवस्था लागू, विलीन हुए बैंकों का बदला आइएफएससी कोड
मर्ज हुए बैंकों के पुराने खाते व आइएफएससी कोड स्वीकार्य किए जाने हुए बंद
अयोध्या: कई बैंकों के मर्जर के बाद गुरुवार से इन बैंकों का आइएफएस कोड भी बदल गया। ग्राहकों को लेनदेन के लिए उन बैंकों का खाता नंबर व आइएफएस कोड प्रयोग करना होगा, जिसमें संबंधित बैंक का विलय हुआ है। न तो मर्ज हो चुके बैंक का खाता नंबर अब प्रयोग में लाया जा सकेगा और न ही आइएफएस कोड। बैंकों में बदली व्यवस्था को लेकर गुरुवार को कर्मचारी सतर्क रहे। साथ ही ग्राहकों को भी इस संबंध में जानकारी दी जाती रही। जिन बैंकों का विलय हुआ, उनसे संबंधित ग्राहकों के चेक भी अब क्लियर नहीं हो सकेंगे। ग्राहकों को नए आईएफएस कोड से लैस नया चेक ही प्रयुक्त करना होगा। किस बैंक में किसका हुआ मर्जर
अयोध्या: लीड बैंक मैनेजर राजेश ने बताया कि मर्जर के कई युग्म हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक व देना बैंक , पीएनबी में ओरिएंटल बैंक, बैंक ऑफ कामर्स व यूनाईटेड बैंक का विलय किया गया है। विलीन हो चुके बैंकों के ग्राहकों को अपने मूल बैंक (जिसमें विलय हुआ है) का आइएफएस कोड इस्तेमाल करना होगा। यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक व कारर्पोरेशन बैंक तथा केनरा बैंक में सिडिकेट बैंक का विलय किया गया है। इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक मर्ज हुआ। एसबीआई में इसी के एसोसिएट बैंक जैसे स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद का विलय किया गया है, इन बैंकों के ग्राहकों को भारतीय स्टेट बैंक के आइएफएस कोड को प्रयुक्त कर बैंकिग कामकाज करना होगा।
इस तरह मर्ज हुए बैंकों के पुराने खाते व आइएफएससी कोड स्वीकार्य किए जाने हुए बंद।