नयाघाट बस स्टैंड का वजूद खत्म
अयोध्या हाईवे किनारे निर्माणाधीन बस स्टैंड अभी बनकर तैयार भी नहीं हो सका था उससे पहले ही अयोध्या के नयाघाट स्थित बस स्टैंड का वजूद खत्म कर दिया गया। वहां तैनात परिवहन निगम के दो कर्मियों को सिविल लाइंस स्थित अयोध्या डिपो से संबद्ध कर दिया गया। जिस स्थल पर नयाघाट बस स्टैंड था अब वहां 22 करोड़ रुपये की लागत से क्वीन हो-मेमोरियल पार्क का निर्माण किया जा रहा है। यह बात दीगर है कि अब गोंडा बभनान छपिया और गौराबाजार जाने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
अयोध्या : हाईवे किनारे निर्माणाधीन बस स्टैंड अभी बनकर तैयार भी नहीं हो सका था, उससे पहले ही अयोध्या के नयाघाट स्थित बस स्टैंड का वजूद खत्म कर दिया गया। वहां तैनात परिवहन निगम के दो कर्मियों को सिविल लाइंस स्थित अयोध्या डिपो से संबद्ध कर दिया गया। जिस स्थल पर नयाघाट बस स्टैंड था, अब वहां 22 करोड़ रुपये की लागत से क्वीन हो-मेमोरियल पार्क का निर्माण किया जा रहा है। यह बात दीगर है कि अब गोंडा, बभनान, छपिया और गौराबाजार जाने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
अयोध्या के नयाघाट बस स्टैंड से पहले भी बसों का संचालन नहीं किया जाता था, लेकिन आस-पास के ग्रामीण इलाकों के लिए परिवहन निगम की एक-दो बसें नयाघाट बस स्टैंड से सरयू नदी के पुराने पुल होते हुए गुजरती रहीं। नयाघाट बस स्टैंड के पूछताछ केंद्र पर निगम के अक्षम चालक मनोज गुप्त और सुरक्षागार्ड सुरेशदत्त पांडेय की तैनाती थी। पूछताछ केंद्र पर ताला डाल दिया गया और दोनों कर्मियों को अयोध्या डिपो बुला लिया गया।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नंदकिशोर चौधरी ने बताया कि जिस स्थल पर नयाघाट बस स्टैंड था, अब वहां क्वीन हो-मेमोरियल पार्क का निर्माण चल रहा है। ऐसे में अब वहां बस स्टेशन का कोई औचित्य नहीं है। पहले भी नयाघाट बस स्टैंड से निगम को राजस्व नहीं प्राप्त होता था। हाईवे पर नए बस स्टैंड का निर्माण कार्य पूरा होते ही वहां से बसों का संचालन किया जाएगा।