बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच 296 करोड़ का बजट स्वीकृत
मैनुअल टेंडर कराने की मांग लेकर सदन में धरने पर बैठे सपा के पार्षद. पार्षदों के विरोध के बाद दस लाख रुपये तक के कार्य का मैनुअल टेंडर कराने पर बनी सहमति.
अयोध्या : बजट के मुद्दे पर बुलाई गई नगर निगम की बोर्ड बैठक में विपक्षी पार्षदों ने जम कर हंगामा किया। पार्षदों के प्रस्तावों को नजरअंदाज करने और जनसुविधाओं की बदहाली को लेकर नाराज पार्षदों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार पर सदन में धरना- प्रदर्शन शुरू कर दिया। नगर आयुक्त से वार्ता के बाद पार्षदों का आक्रोश शांत तो हुआ, लेकिन नगर निगम के अन्य जिम्मेदारों के व्यवहार पर उनका गुस्सा कायम रहा। हंगामे के बीच बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिए 296 करोड़ रुपये का बजट पास कर दिया गया। गत 13 जुलाई को हुई कार्यकारिणी की बैठक में इस बजट को पारित किया जा चुका है। बोर्ड में इस बजट को अंतिम स्वीकृति प्रदान की गई। लेखाधिकारी नरेंद्र सिंह ने सदन के बजट प्रस्तुत किया।
गुरुवार को गांधी सभागार में हुई बोर्ड बैठक की अध्यक्षता महापौर रिषिकेश उपाध्याय ने की। सदन में बजट प्रस्तुत होने से पहले ही पार्षदों ने दस लाख रुपये तक के कार्य मैनुअल टेंडर से कराने की मांग रख दी। नगर आयुक्त की ओर से इस पर असमर्थता व्यक्त की गई, जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया। विपक्ष के पार्षदों ने कहाकि अन्य नगर निगमों में दस लाख रुपये तक के कार्य का मैनुअल टेंडर कराने का प्रावधान है, लेकिन अयोध्या नगर निगम में ऐसा नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इसी मुद्दे पर हंगामा करते हुए विपक्ष के पार्षद विशाल पाल, रामभवन यादव, हाजी असद, फरीद कुरैशी, पूनम यादव, उमेश यादव आदि बहिष्कार कर सदन में धरना देने लगे। नगर आयुक्त ने पार्षदों को मनाया। पार्षदों की मांग को गंभीरता से लेते हुए महापौर एवं नगर आयुक्त ने दस लाख रुपये के कार्य का मैनुअल टेंडर कराने की मांग को स्वीकार किया। पार्षद विशाल पाल ने बताया कि दो पालियों में सफाई कराने का निर्णय लिया गया था, जिसका अभी तक अनुपालन नहीं हो सका है। स्मार्ट सिटी के नाम पर सर्वे आदि कार्य के लिए आने वालों की आवभगत पर पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। पार्षद फरीद कुरैशी ने फतेहगंज रामजानकी मंदिर के पीछे हुए भीषण जलभराव की समस्या को सदन के समक्ष रखा। बैठक में पार्षदों के अतिरिक्त उप सभापति बृजेंद्र बहादुर सिंह, अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह आदि अधिकारी व कर्मी मौजूद रहे।