जनजीवन पर कहर ढा रहे मच्छर
फैजाबाद : जरा सी लापरवाही बरतना जनजीवन के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है। घरों के आसप
फैजाबाद : जरा सी लापरवाही बरतना जनजीवन के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है। घरों के आसपास गड्ढ़ों, नालियों, टंकी एवं कूलर समेत टूटे-फूटे बर्तनों में जमा पानी मच्छरों के प्रजनन का केंद्र बन रहा है। ..और यही मच्छर लोगों को पांच तरह की घातक बीमारियों का शिकार बना रहे हैं। इन बीमारियों में दो तो जानलेवा हैं। इसमें से डेंगू जैसे घातक बीमारी से फैजाबाद जिले में 11 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जाहिर सी बात है कि यह स्थिति ¨चताजनक तो है ही, सतर्कता बरतने जैसी चुनौती का कारण बन गई है।
बरसात का दौर अंतिम चरण में है। ऐसे में बारिश के दौरान पानी का तेज बहाव नदारद हैं, लेकिन वर्षा जल नालियों, गड्ढों में जमा है। यही नहीं छतों एवं घरों के किनारे टूटे-फूटे प्लास्टिक एवं टीन के बर्तन में भी पानी जमा रहता है। इसके अलावा कूलर एवं टंकी में भी सफाई न होने से पानी भरा रहता है। यही पानी हल्का शीत-गर्म मौसम पाकर मच्छरों के प्रजनन का केंद्र बन रहा है।
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वेक्टरजनित रोगों में कुल छह बीमारियां
-जिला मलेरिया अधिकारी एमए खान का के मुताबिक वेक्टरजनित रोगों में कुल छह बीमारियां हैं। इनमें डेंगू व चिकनगुनिया एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। मलेरिया एनाफिलीज, फाइलेरिया एवं जापानी इंसेफ्लाइटिस क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। इसके अलावा पालू मक्खी के काटने से आगोश में लेने वाला कालाजार वेक्टरजनित रोग है। बचाव के उपाय
-घर, दुकान एवं कार्यालय के सन्निकट पानी ज्यादा देर तक न ठहरने दें।-कूलर, टंकी, टूटे-फूटे बर्तन के पानी एक सप्ताह के अंदर बदल दें।
-खिड़कियों पर जाली, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
-हमेशा फुल आस्तीन के कपड़े पहनकर ही बाहर निकलें।