10 अनाथ बच्चों के लिए संकटमोचक बने रामचंद्र
फैजाबाद : कुदरत का कहर ही तो है। एक गांव के दो परिवार के 10 छोटे बच्चे असमय अनाथ हो
फैजाबाद : कुदरत का कहर ही तो है। एक गांव के दो परिवार के 10 छोटे बच्चे असमय अनाथ हो गए। 14 साल की कम उम्र में प्रदीप व सुनील के नाजुक कंधों पर भाई-बहनों के पालन पोषण का जिम्मा आ गया। गरीबी ऐसी कि रहने के लिए छत नहीं। पहनने को कपड़े और खाने को अन्न नहीं। इससे बाखबर विधायक रामचंद्र यादव मंगलवार को दोनों परिवार के अनाथ बच्चों के लिए संकटमोचक बने। उन्होंने खाने से लेकर उनकी पढ़ाई का भी जिम्मा लिया।
मवई ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत भवानीपुर का मजरा बहांपुर के निवासी मेवालाल व उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई। उनके पांच बच्चे प्रदीप (14), कुलदीप (12), गुड्डू (10), राजा (8) व वर्षा (6) की है। इसी तरह मिठाईलाल और उनकी पत्नी भी दुनिया छोड़ चली। इनके भी चार बेटी और एक बेटा है। बड़ा बेटा सुनील (15) के नाजुक कंधों पर अपनी चार बहनों संतोषा (13), सतरूपा (11), चांदनी (9) व रागिनी (7) की परिवरिश की जिम्मेदारी है। उधर 14 साल के प्रदीप अपने भाई-बहनों को मेहनत मजदूरी करके खिलाता है। विधायक रामचंद्र यादव मंगलवार को बच्चों से मिलने गए। उन्होंने वस्त्र मुहैय्या कराया, फिर भोजन का बंदोबस्त किया। विधायक ने फोन पर पीडी डीआरडीए एके मिश्र से वार्ता कर दोनों परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना से लाभांवित करने के निर्देश दिए। यादव ने बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा लेते हुए दाखिला पास के अच्छे स्कूल में कराने का आश्वासन दिया।