अविवि में अवध मिथिला सम्मेलन 14 से
अयोध्या अवध विश्वविद्यालय व इंडिया थिक काउंसिल के संयोजन में 14 व 15 दिसंबर को अवध मिथिला सम्मेलन आयोजित होगा। कुलपति प्रो.मनोज दीक्षित ने अवध व मिथिला की साझी विरासत को जोड़ने की कोशिश की है। इस दौरान त्रेतायुग का पुनरावलोकन एवं रामायण अवध की सीता और मिथिला के राम सीताराम विवाह वैवाहिक परंपरा और मूल्य रामायण सर्किट में संस्कृति अवध मिथिला नेपाल के पौराणिक इतिहास प्रदर्शित होंगे। वैदिक साक्ष्य अवध और मिथिला के लोकगीतों की प्रस्तुतियां होगी।
अयोध्या : अवध विश्वविद्यालय व इंडिया थिक काउंसिल के संयोजन में 14 व 15 दिसंबर को अवध मिथिला सम्मेलन आयोजित होगा। कुलपति प्रो.मनोज दीक्षित ने अवध व मिथिला की साझी विरासत को जोड़ने की कोशिश की है। इस दौरान त्रेतायुग का पुनरावलोकन एवं रामायण, अवध की सीता और मिथिला के राम, सीताराम विवाह, वैवाहिक परंपरा और मूल्य, रामायण सर्किट में संस्कृति, अवध मिथिला नेपाल के पौराणिक इतिहास प्रदर्शित होंगे। वैदिक साक्ष्य, अवध और मिथिला के लोकगीतों की प्रस्तुतियां होगी।
सम्मेलन में श्रीलंका की रामायण की प्रस्तुति होगी, तो एनिमेटेड रामायण की प्रस्तुति खास आकर्षण का केंद्र होगी। इंडिया थिक काउसिल के निदेशक सौरभ पांडेय ने बताया कि सम्मेलन में भारतीय सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र के माध्यम से वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पौराणिक विषयों पर शोध एवं संवाद स्थापित करना है। इंडिया थिक काउसिल को अब तक कुंभ कांक्लेव, आध्यात्मिक अर्थव्यवस्था, संगम संवाद श्रृंखला जैसे प्रमुख आयोजन होंगे। इस सम्मेलन में राज्यसभा के सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, मंत्री नंदगोपाल गुप्त नंदी, नेपाल में भारत के राजदूत मंजीव सिंह पुरी, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय, पूर्व विदेश मंत्री नेपाल रमेशनाथ पांडेय, दक्षिण एशिया अध्ययन केंद्र काठमांडू के निदेशक निश्छलनाथ पांडेय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसके सिंह, उपाध्यक्ष विश्व हिदू परिषद चंपत राय रहेंगे।