महर्षि महान संत ही नहीं समाजसेवी भी थे
महर्षि महेश योगी महान संत एवं द्रष्टा ही नहीं, महान समाजसेवी भी थे। उनकी जयंती के उपलक्ष्य में एक हजार जरूरतमंदों को कंबल एवं जैकेट प्रदान किया जाना उन्हीं की शैली में उन्हें याद करना है। यह उदगार हैं, तिवारी मंदिर के महंत एवं समाजसेवी गिरीशपति त्रिपाठी के। वे महर्षि के भावातीत
अयोध्या : महर्षि महेश योगी महानसंत एवं द्रष्टा ही नहीं, महान समाजसेवी भी थे। उनकी जयंती के उपलक्ष्य में एक हजार जरूरतमंदों को कंबल एवं जैकेट प्रदान किया जाना उन्हीं की शैली में याद करना है। यह उद्गार हैं, तिवारी मंदिर के महंत एवं समाजसेवी गिरीशपति त्रिपाठी के। वे महर्षि के भावातीत ध्यान केंद्र बाघीमंदिर में महर्षि की 102वीं जयंती समारोह के मौके पर विचार व्यक्त कर रहे थे।
इस दौरान बाघी मंदिर के व्यवस्थापक विकास श्रीवास्तव की ओर से संयोजित कंबल एवं जैकेट वितरण का आगाज एसपी सिटी अनिल ¨सह, बीएसए अमिता ¨सह, विधायक वेदप्रकाश गुप्त के पुत्र अमल गुप्त, भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष शैलेंद्रमोहन मिश्र छोटे, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष बब्बन चौबे, पार्षद अनुजदास, पार्षद प्रतिनिधि अभय श्रीवास्तव, साकेत महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष आभासकृष्ण यादव, अधिवक्ता समरबहादुर ¨सह, विशाल श्रीवास्तव, नगर भाजपाध्यक्ष विनोद श्रीवास्तव आदि ने किया। इस दौरान कंबल एवं जैकेट पाने से सर्दी का सितम बर्दाश्त करते जरूरतमंदों के चेहरे खिल उठे। उन्होंने विकास श्रीवास्तव का आभार जताया। विकास ने बताया कि महर्षि की इच्छा के अनुरूप शीघ्र ही बेसहारा गोवंश के लिए विशाल गोशाला स्थापित की जाएगी। कार्यक्रम का समापन भंडारा से हुआ।