महंत नृत्यगोपालदास ने आश्रम दे किया पदस्थापित
युवा साधु को मिला आत्मानुशासन एवं ²ढ़ अनुराग का पुरस्कार
अयोध्या : युवा साधु के आत्मानुशासन एवं ²ढ़ धार्मिक अनुराग का पुरस्कार महंत नृत्यगोपालदास ने वासुदेवघाट मौनी माझा स्थित सीताराम आश्रम के रूप में भरा-पूरा आश्रम प्रदान कर दिया। महंत नृत्यगोपालदास ने मदनमोहनदास नाम के इस युवा साधु को समारोहपूर्वक आश्रम के महंत के रूप में पदस्थापित किया।
इस मौके पर उनके उत्तराधिकारी महंत कमलनयनदास के अलावा बिदुगाद्याचार्य देवेंद्रप्रसादाचार्य, जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य, रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास, नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास, रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजयशरण, दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेशदास, बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेशदास, रामकुंज के महंत रामानंददास, संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैयादास, मानसभवन के महंत अर्जुनदास, प्रख्यात कथाव्यास पं. राधेश्याम शास्त्री, आंजनेय सेवा संस्थान के अध्यक्ष महंत शशिकांतदास, पत्थर मंदिर के महंत मनीषदास, आनंद शास्त्री, विहिप के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में संत-महंत मौजूद रहे। शारीरिक दूरी के पालन की शर्त के साथ समारोह का समापन भंडारा से हुआ। शीर्ष पीठ मणिरामदास जी की छावनी के महंत एवं रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास के स्वामित्व-संरक्षण में सेवा-उपासना के सैकड़ों प्रकल्प संचालित हैं और सुयोग्य शिष्यों में वे दायित्व वितरित करते रहते हैं।
छावनी पीठाधीश्वर के कृपापात्र आनंद शास्त्री के अनुसार बालकदास के उपनाम से मशहूर मदनमोहनदास छावनी की ही शिष्य परंपरा के साधु हैं और कम उम्र के बावजूद उनकी ख्याति संवदेनशील एवं सेवाधर्मी साधु की है। इसी योग्यता को देखते हुए महाराज श्री ने उन्हें सीताराम आश्रम सौंपा। मदनमोहनदास ने अपने गुरु रामभूषणदास के साथ सुदूर क्षेत्र से आये श्रद्धालु सतीश अग्रवाल, जसवंत, श्याम सुंदर आदि सहित संतों-महंतों के प्रति आभार ज्ञापित किया।