बयां हुई मुख्यमंत्री से रिश्ते की गंभीरता
अयोध्या : मैत्री बस सेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या से रिश्ते की गंभीरता भी बताने वाली रह
अयोध्या : मैत्री बस सेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या से रिश्ते की गंभीरता भी बताने वाली रही। कोई और मंच होता तो मुख्यमंत्री को स्वागत का हार संभलने के लिए काफी कसरत करनी पड़ती पर रामकथापार्क के मंच पर परि²श्य इसके ठीक उलट था। मुख्यमंत्री इलाकाई विधायक वेदप्रकाश गुप्त के साथ स्वयं स्थानीय संतों का माल्यार्पण कर उन्हें उत्तरीय प्रदान कर रहे थे। अपने उद्बोधन में उन्हें मौजूद चु¨नदा संतों की लिस्ट में नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास का नाम नहीं मिला तो कार्यक्रम समाप्त होने के बाद मंच से उतरते ही उनका नाम लेकर पुकारा और कुशल-क्षेम जानने के बाद साथ में तस्वीर ¨खचवाई। माल्यार्पण करते हुए मुख्यमंत्री रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास, निर्वाणी अनी अखाड़ा के श्रीमहंत धर्मदास एवं मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेता तथा पूर्व सांसद डॉ. रामविलासदास वेदांती के उत्तराधिकारी डॉ. राघवेशदास से भी मुखातिब हुए। गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में मुख्यमंत्री का अयोध्या से गहन सांस्कृतिक संबंध है। उनके परगुरु महंत दिग्विजयनाथ के समय गोरक्षपीठ का अयोध्या से सरोकार नए सिरे से परिभाषित हुआ। महंत दिग्विजयनाथ के ही संरक्षण में रामजन्मभूमि पर रामलला के प्राकट्य का प्रसंग घटित हुआ। ..तो मुख्यमंत्री के गुरु अवेद्यनाथ भी राम मंदिर आंदोलन के शीर्ष नायकों में शुमार रहे। मंदिर आंदोलन के पर्याय और अयोध्या में ही स्थित दिगंबर अखाड़ा के महंत रामचंद्रदास अवेद्यनाथ के व्यक्तिगत मित्रों में रहे और मुख्यमंत्री तब सार्वजनिक-राजनीतिक जीवन का ककहरा ही सीख रहे थे, जब गुरु की अंगुली पकड़कर वे अयोध्या और यहां के संतों से रूबरू हो रहे थे। स्थानीय संत भी मुख्यमंत्री में अपनापन देखते हैं।