भारतीय संस्कृति के संवाहक गोस्वामीजी : महापौर
फैजाबाद : गोस्वामी तुलसीदास भारतीय सनातन संस्कृति के अनूठे संवाहक थे। उनकी रचनाएं इसके साक्ष्य
फैजाबाद : गोस्वामी तुलसीदास भारतीय सनातन संस्कृति के अनूठे संवाहक थे। उनकी रचनाएं इसके साक्ष्य के रूप में देश-देशांतर में प्रतिष्ठित हैं, जो सभी को बेहतर जीवन जीने का मार्ग दिखाती हैं। उक्त विचार अयोध्या नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने तुलसी जयंती महोत्सव के कार्यक्रम में व्यक्त किए। ये कार्यक्रम साकेत महाविद्यालय के सांस्कृतिक परिषद तथा गोस्वामी तुलसीदास जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के संयुक्त संयोजन में राजा जेपीएन ¨सह सभागार में संपन्न हुआ। इन्हीं प्रसंगों में उन्होंने अयोध्या-फैजाबाद नगर के सर्वपक्षीय विकास का संकल्प दोहराया।
महापौर ने सबसे परामर्श एवं सहयोग की अपेक्षा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत कौशल किशोर शरण फलाहारी ने की। उन्होंने कहा कि आत्म केंद्रित रहने की प्रवृत्ति समाज के लिए घातक है। लोकहित का महान लक्ष्य रचनात्मक कर्मशीलता से ही प्राप्त होता है। विशिष्ट अतिथि महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने मानवता के उत्थान में गोस्वामीजी के अद्भुत योगदान को रेखांकित किया। ¨वध्याचल यादव विशिष्ट सहभागी रहे। डॉ. शोभा सत्यदेव, डॉ. सत्यप्रकाश त्रिपाठी व डॉ. हरीलाल वर्मा ने तुलसी साहित्य पर केंद्रित विमर्श को उल्लेखनीय तरीके से समृद्ध किया। प्राचार्य डॉ. अजयमोहन श्रीवास्तव, डॉ. प्रणय कुमार त्रिपाठी तथा न्यास अध्यक्ष डॉ. आरएस पांडेय ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत किया। संचालन ¨हदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जनार्दन उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम में डॉ. राधेश्याम तिवारी, डॉ. बृजविलास पांडेय, डॉ. अशोक मिश्र, डॉ. बीडी द्विवेदी, डॉ. संदीप वर्मा, डॉ. कनक बिहारी पाठक, डॉ. अनुराग मिश्र, डॉ. बालगो¨वद, डॉ. निधि मिश्रा तथा शिक्षणेत्तर कर्मचारी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ओंकारनाथ शुक्ल मौजूद रहे।