आखिर कब आएंगे गुलाबबाड़ी के अच्छे दिन
फैजाबाद : काफी समय से दुर्दिन झेल रही गुलाबबाड़ी के अच्छे दिन के आसार अब टूटने लगे हैं।
फैजाबाद : काफी समय से दुर्दिन झेल रही गुलाबबाड़ी के अच्छे दिन के आसार अब टूटने लगे हैं। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने इस ओर से मुंहमोड़ लिया है। शहर के अंदर अवध के नवाब शुजाउद्दौला के स्मारक में बना पार्क रखरखाव के अभाव में उपेक्षित है।
गुलाबबाड़ी को संवारने के लिए उद्यान विभाग ने पहल की थी। यहां बच्चों के खेल उपकरण लगाने की तैयारी की गई, लेकिन पुरातत्व विभाग के अड़गेबाजी के बाद यह कार्य अटक गया। तत्कालीन जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ ने दोबारा गुलाबबाड़ी का फौव्वारा चालू कराने व फूल के पौधों की वैराइटी बढ़ाने के लिए 25 लाख रुपये का प्रस्ताव जिलाधिकारी के पास भेजा। यह प्रस्ताव करीब छह माह से धूल खा रहा है। इस बीच पारसनाथ का स्थानांतरण भी हो गया। नगर विधायक वेद गुप्ता ने इस प्रस्ताव को मंजूर कराने को कहा था। उन्होंने भी कोई प्रयास नहीं किया। गुलाबबाड़ी में नवाबकाल का ही फौव्वारा बना है। यहां कई पक्के तालाब हैं, जिनमें फौव्वारे के साथ ही कमल भी खिलते थे। यहां से कमल का वजूद ही समाप्त हो गया है। फौव्वारा तो अरसे बंद पड़ा है। कभी गुलाब की वैराइटी के लिए प्रसिद्ध गुलाबबाड़ी में अब गुलाब की चंद किस्में रह गईं हैं।
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अटका है पार्कों के लिए मंजूर सवा करोड़
फैजाबाद : नगर निगम अयोध्या बनने के बाद शहर के किसी भी पार्क के संवरने की नौबत तक नहीं आई है। निवर्तमान नगर पालिका फैजाबाद के चेयरमैन विजय गुप्त के कार्यकाल में गुलाबबाड़ी से होकर जाने वाले सड़क व नाली को ठीक कराया था। यहां हाईमास्क भी लगवाया था। इसके बाद कोई कार्य नहीं हुआ। इसी दौरान शहर के कुछ पार्कों को विकसित करने के लिए एक करोड़ 18 लाख रुपये की मंजूरी दी गई थी। इनमें अमानीगंज कालोनी के लिए ही 42 लाख रुपये मंजूर किए गए थे। अन्य पार्कों में केशवधाम पार्क व अंगूरीबाग आवास विकास कालोनी पार्क शामिल हैं। इनमें करीब सात लाख रुपये खर्च हुए, नगर निगम बनते ही काम रुक गया और पैसा अटक गया।