गीता संस्कृति की आधारशिला : दास
राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष मणिराम दास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास महाराज ने आज यहां वालमीकि रामायण भवन में आयोजित गीता जयंती के अवसर पर कहा गीता सिर्फ ¨हदू धर्म का मार्गदर्शन नहीं करती है बल्कि सम्पूर्ण मानव जाति को ज्ञान देती है।गीता भारतीय संस्कृति की आधारशिला है । हिन्दू शास्त्रों में गीता का सर्वप्रथम स्थान है
संसू, अयोध्या : रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्यगोपालदास ने वाल्मीकि रामायण भवन में आयोजित गीता जयंती के अवसर पर कहा, गीता सिर्फ ¨हदू धर्म का मार्गदर्शन नहीं करती है बल्कि संपूर्ण मानव जाति को ज्ञान देती है। गीता भारतीय संस्कृति की आधारशिला है। ¨हदू शास्त्रों में गीता का सर्वप्रथम स्थान है। इस दौरान सैकड़ों वैदिक विद्वान, बटुकों और संतों ने गीता का सस्वर पाठ किया। संचालन पं. राधेश्याम मिश्र ने किया। इस अवसर पर मणिरामदास छावनी ट्रस्ट के सचिव कृपालु रामदास पंजाबी बाबा, राम नाम बैंक के मैनेजर पुनीतरामदास, जानकीदास, मीडिया प्रभारी शरद शर्मा, रामरक्षादास, आनंदशास्त्री, नरोत्तमदास, बलरामदास, रामदास, डॉ. देवीसहाय पांडेय, प्रधानाचार्य उमाशंकर त्रिपाठी, देवपति त्रिपाठी, डॉ. रामतेज पांडेय, डॉ. तालुकदार, प्रधानाचार्य नागेंद्र मिश्र, अनिरुद्ध शुक्ल, रामचंद्र अग्निहोत्री, पं. रामशंकर द्विवेदी, राजेंद्र पांडेय, पं. विश्वनायक, पं. धनंजय मिश्र, पं. उमेश पांडेय, आचार्य श्रुतिधर दिवेदी, दीपक शास्त्री, महंत तुलसीदास, महंत रामकृष्णदास आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।