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पांच हजार हेक्टेयर फसल निगल गई घाघरा

रुदौली (फैजाबाद) : घाघरा का जलस्तर भले ही काफी घट गया हो, लेकिन बाढ़ का पानी पांच हजा

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Oct 2018 11:58 PM (IST)Updated: Tue, 02 Oct 2018 11:58 PM (IST)
पांच हजार हेक्टेयर फसल निगल गई घाघरा
पांच हजार हेक्टेयर फसल निगल गई घाघरा

रुदौली (फैजाबाद) : घाघरा का जलस्तर भले ही काफी घट गया हो, लेकिन बाढ़ का पानी पांच हजार हेक्टेयर फसल निगल गया है। रौनाही तटबंध के पार बसने वाले गांवों में जलजमाव अधिक है।

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बाढ़ का पानी भरा होने से अख्तियारपुर, जैथरी, नैपुरा, संडरी सहित एक दर्जन गांवों के किसानों की पांच हजार हेक्टेयर धान व गन्ने की फसल जलमग्न है। जिला पंचायत सदस्य रामकैलाश वर्मा के नेतृत्व में प्रधान अर¨वद वर्मा, राकेश वर्मा, अमरनाथ, जिवराज, रामसुमिरन, धर्मराज, रामकुमार, शैलेंद्र कुमार ने डीएम से की थी। समाधान दिवस के बाद डीएम डॉ. अनिल पाठक व विधायक रामचंद्र यादव ने बाढ़ खंड के अफसरों के साथ मौका मुआयना किया था। डीएम ने बाढ़ खंड के अफसरों को समस्या का हल निकालने के निर्देश दिए थे पर एक पखवारा बाद भी नतीजा सिफर है।

प्रधान बिचाला अर¨वद वर्मा बताते हैं कि रामनगर धौरहरा के पास बने पंप का गेट जाम है। गेट खुल जाए तो पानी नदी में जा सकता है। रौनाही तटबंध के नीचे बसने वाले ग्रामीण पानी भरने से खासे प्रभावित होते हैं। किसान जगजीवन बताते हैं कि वर्ष के सात माह यहां पानी भरा रहता है। बोई गई फसल वापस नहीं आती। नौ ग्राम पंचायतों के किसानों के खेत पानी से लबालब हैं।

नहीं पूरी हुई पंप कैनाल की मांग

यहां पंप कैनाल बनने से जलजमाव की समस्या से निजात मिल सकती है। पंप कैनाल के निर्माण की मांग अर्से से यहां के किसान कर रहे हैं। यह मुद्दा सदन में भी उठ चुका है।


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