मुसीबत में गणपत सहाय डिग्री कॉलेज प्रबंधन
डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध सुलतानपुर का गनपत सहाय डिग्री कॉलेज मुसीबत में.सीनियर शिक्षक को प्राचार्य की जिम्मेदारी न देना पड़ा महंगा जांच शुरू.
अयोध्या : डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध सुलतानपुर का गनपत सहाय डिग्री कॉलेज मुसीबत में आ गया है। राज्यपाल के आदेश की अवमानना प्रबंधन को महंगी पड़ गई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने महाविद्यालय के खिलाफ जांच बैठा दी है। मामला प्राचार्य की तैनाती से जुड़ा है। इसमें सीनियर शिक्षक की अनदेखी कर दूसरे को प्राचार्य बनाया गया। प्रकरण में विश्वविद्यालय के प्रो. जसवंत सिंह के नेतृत्व वाली टीम पड़ताल करेगी। साथ ही विश्वविद्यालय ने कॉलेज को चेतावनी पत्र जारी किया है।
इस कॉलेज में प्राचार्य पद पर वरिष्ठता का विवाद है। इसी को लेकर डिग्री कॉलेज के शिक्षक डॉ. जेएन मिश्र विश्वविद्यालय के आदेश के विरुद्ध राजभवन गए। न्यायालय में गुहार लगाई। उन्हें वहां से न्याय मिला भी। इस लड़ाई में उन्हें राजभवन ने सीनियर घोषित करते हुए अवध विश्वविद्यालय को तत्काल महाविद्यालय में उन्हें पदभार ग्रहण कराने को कहा। इससे पहले डॉ. जेएन मिश्रा विश्वविद्यालय में हुई वरिष्ठता की सुनवाई में हार गए थे। राजभवन से आदेश प्राप्त होने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने गनपत सहाय महाविद्यालय के प्रबंधन को पत्र लिखकर राज्यपाल के आदेश का अनुपालन करने को कहा। पर आज तक महाविद्यालय प्रबंधन ने राज्यपाल के आदेश का न तो अनुपालन किया और न ही विश्वविद्यालय के फरमान पर अमल ही किया। इसी से नाराज कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित महाविद्यालय के इस मामले पर विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रो.जसवंत सिंह, डॉ. शैलेंद्र व एक अन्य सदस्य की टीम गठित कर दी, जो मामले में पड़ताल करेगी। इसके बाद महाविद्यालय पर कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी ओर विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव विनय कुमार सिंह की ओर से महाविद्यालय को कड़ा चेतावनी पत्र जारी किया गया है। साथ ही कहा गया है कि यदि राजभवन के आदेश पर शीघ्र अमल नहीं किया गया तो महाविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा।