गांधी परिवार में ही जोड़ने की ताकत : डॉ. खत्री
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में जहां पार्टी नेतृत्व को लेकर माथापच्ची हो रही थी वहीं पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं दो बार फैजाबाद लोस क्षेत्र के सांसद रहे डॉ. निर्मल खत्री ने फेसबुक पर अपनी राय जाहिर की.
अयोध्या : कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में जहां पार्टी नेतृत्व को लेकर माथापच्ची हो रही थी, वहीं पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं दो बार फैजाबाद लोस क्षेत्र के सांसद रहे डॉ. निर्मल खत्री ने फेसबुक पर अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा, यह अच्छी बात है कि पार्टी को पूर्णकालिक अध्यक्ष मिलना चाहिए। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि गांधी परिवार के अतिरिक्त किसी नेता में पूरे देश के कार्यकर्ताओं और जनता को अपने साथ जोड़ने की शक्ति नहीं है। उन्होंने यह भी लिखा कि यदि स्वास्थ्य संबंधी कारणों से वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी अध्यक्ष नहीं बनना चाहतीं, तो राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। उन्होंने प्रियंका गांधी को संगठन का राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) भी बनाये जाने का सुझाव दिया। खत्री ने यह भी साफ किया कि भाजपा से टकराने का काम अकेले गांधी परिवार ही कर रहा है। खत्री ने अपनी पोस्ट में पार्टी के ही कुछ नेताओं की ओर से नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले पत्र की ओर इशारा करते हुए यह भी लिखा कि अखबारों में जो छपा है, उसे इन्हीं नेताओं में से किसी ने लीक कर छपवाया और अभी तक इसका खंडन भी नहीं किया गया। डॉ. खत्री शुरू से ही गांधी परिवार से जुड़े माने जाते रहे हैं और प्रदेश अध्यक्ष के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और कई अन्य अहम पदों पर रह चुके हैं। वे 1980 में ही विधायक चुने गये और 1985 तथा 2009 में सांसद चुने गये। काफी कम उम्र में विधायक बने डॉ. खत्री की गणना संजय गांधी के करीबियों में होती रही। 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी के इर्द-गिर्द जो युवा टीम तैयार हुई, उनमें खत्री भी शामिल थे।