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विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी में वन विभाग

व‌र्ल्ड रेकॉर्ड बनाने की तैयारी में वन विभाग.प्रदेश के सात जिलों के आठ प्वाइंट पर एक साथ एक घंटे में रोपे जाएंगे 240 प्रजातियों के 86400 पौधे.

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 11:49 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 06:10 AM (IST)
विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी में वन विभाग
विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी में वन विभाग

अयोध्या : वन विभाग प्रदेश के सात जिलों के आठ प्वाइंट पर एक घंटे में 240 प्रजातियों के 86 हजार 400 पौधे रोपित कर इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रेकॉर्ड बनाने की तैयारी में जुटा है। तैयारी कुछ इस तरह है कि जिस प्रजाति के पौधे एक जिले में रोपित किए जाएंगे, उस प्रजाति के पौधे दूसरे जिले में नहीं रोपे जाएंगे। अयोध्या जिले में 30 प्रजातियों के 360 पौधों का रोपण किया जाएगा। वन विभाग ने पौधारोपण के लिए गुप्तारघाट पर स्थल का चयन किया है।

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प्रभागीय वनाधिकारी मनोज कुमार खरे की मानें तो इसी माह व‌र्ल्ड रेकॉर्ड बनाने के लिए पौधों का रोपण किया जाएगा। एक प्रजाति के 12 पौधे एक कतार में रोपे जाएंगे। अयोध्या के अलावा प्रदेश के बाराबंकी, लखनऊ, सीतापुर, चित्रकूट, बांदा और मेरठ में दो जगहों पर एक साथ एक समय पर पौधारोपण किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रेकार्ड की टीम यहां नहीं आएगी लेकिन उनके बताए मानक और दिशा निर्देश पर कार्य होगा।

व‌र्ल्ड रेकार्ड के लिए वनस्पति विज्ञान के दो और दो अन्य विभाग समेत चार स्वतंत्र आब्जर्वर का चयन किया गया है। जिसमें डॉ. आरएमएल अवध विवि के डॉ. जसवंत सिंह, आचार्य नरेंद्रदेव कृषि विवि कुमारगंज के डॉ. एसके वर्मा, साकेत महाविद्यालय अयोध्या के डॉ. मनीष कुमार सिंह और डॉ. पीके त्रिपाठी के नाम शामिल किये गये हैं। पौधारोपण से पहले, गड्ढा खोदते समय, पौध लगाते और पौध लगाने के बाद चार स्टेज पर चार एंगिल से फोटोग्राफी होगी। एक घंटे के कार्यक्रम की लगातार वीडियो ग्राफी होगी और ड्रोन कैमरा पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेगा। आब्जर्वर की रिपोर्ट, वीडियो और स्टिल फोटोग्राफी समेत पूरा विवरण लंदन स्थित व‌र्ल्ड रेकार्ड ऑफिस भेजा जाएगा। प्रभागीय वनाधिकारी खरे ने बताया कि इसके लिए जल्द ही तारीख का निर्धारण हो जाएगा। इन पौधों का होगा रोपण-

अब तक की जो तैयारी है उसके मुताबिक हल्दू, काला सिरस, सुपारी पाम, लाल चंदन, पनियाला, करौंदा, नींबू, गुलेतूरा, कुश, चमरोढ, पीपल, चिलबिल, बकैन, जंगल जलेबी, मूंज, सागौन, बेंत, पेल्टोफार्म, महोगनी, अंबार, देशी अशोक, बड़हल, नीली गुलमोहर, अगस्त, जरूल, सेहुॅड, चमेली, सोहन चंपा, मुसांडा और झाऊ पौधों का रोपण किया जाएगा।


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