मेडिकल कालेज में गर्भवतियों का प्रसव कराने को सीएचसी की खाक छानेंगी चिकित्सक
कालेज में चिकित्सक व संसाधनों के बाद भी नहीं बढ़ रही प्रसव की संख्या पर दिया गया निर्देश
अयोध्या (प्रमोद दुबे) : राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज दर्शननगर में चिकित्सकों व संसाधनों की भरमार है। उसके बाद भी संस्थागत व सामान्य प्रसव के आंकड़े नहीं बढ़ रहे है। प्रसव के लिए गर्भवतियों के आने की संख्या में इजाफा न होने से कालेज प्रशासन की बेचैनी बढ़ी है। इसके लिए जिम्मेदार गायनी चिकित्सकों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई गई हैं। चिकित्सकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की खाक छानने को कहा गया है। आशा बहुओं से चिकित्सक संपर्क कर गर्भवतियों को मेडिकल कालेज लाएंगी। उनके इस प्रयास से सीजर से प्रसव की संख्या में इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है।
विभाग की तरफ से जननी सुरक्षा योजना के ब्लाकवार संस्थागत प्रसव की समीक्षा इसी वर्ष मार्च 2022 तक का कराई गई थी। समीक्षा में मेडिकल कालेज दर्शननगर में सिर्फ 264 प्रसव कराने का आंकड़ा सामने आया है, जबकि महिला अस्पताल ने 3041 तो शहरी क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों ने 159 प्रसव कराने में सफलता हासिल की थी। यह उपलब्धि महिला और शहरी पीएचसी ने ऐसे समय में हासिल किया है जब मेडिकल कालेज में अच्छे गायनी चिकित्सकों व आधुनिक संसाधनों की भरमार है। कालेज में प्रसव कराने की इस संख्या को देखते हुए कालेज के जिम्मेदारों ने चिकित्सकों के साथ बैठक कर तय किया है कि हर दिन गायनी चिकित्सक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर आशाओं से संपर्क करें। उनके क्षेत्र की गर्भवतियों की संख्या जुटाएंगी और उनसे प्रसव के लिए मेडिकल कालेज गर्भवतियों को लाने का आह्वान भी करेंगी।
-----------
मेडिकल कालेज में प्रत्येक दिन कम से कम पांच से छह गर्भवतियों के सिजेरियन प्रसव कराने के लिए तैयारी की जा रही है। इसको लेकर गायनी चिकित्सकों के साथ बैठक की गई है। एक-एक चिकित्सक रोजाना सीएचसी पर जाने के लिए कहा गया है। अगर हर दिन नहीं पहुंचेगी तो दूसरे दिन जाना होगा। गर्भवतियों को दर्शननगर लाने के लिए कालेज की तरफ से एबुलेंस उपलब्ध कराया जाएगा।
डा. सत्यजीत वर्मा, प्रधानाचार्य