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डेढ़ वर्ष से महिला कर्मचारी ड्यूटी से गायब

वेतन रोक कर अधिकारी कार्रवाई से कतराए.पशुपालन विभाग में संबद्धता का एक और खेल.

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 11:57 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 06:02 AM (IST)
डेढ़ वर्ष से महिला कर्मचारी ड्यूटी से गायब
डेढ़ वर्ष से महिला कर्मचारी ड्यूटी से गायब

अयोध्या : पशुपालन विभाग में महिला पशुधन अधिकारी अर्चना यादव करीब डेढ़ वर्ष से ड्यूटी से अनुपस्थित हैं। उनकी संबद्धता आनंदनगर-भिटारी पशु चिकित्सा केंद्र पर है। यह तैनाती भी नियम विपरीत पशुधन प्रसार अधिकारी पद वाले पशु चिकित्सा केंद्र पर है। कई महीने से ड्यूटी से गैर हाजिर चल रही महिला कर्मचारी को एक अदद नोटिस तक उनकी अनुपस्थिति को लेकर नहीं दी गई। यह कर्मचारी अपर निदेशक पशुपालन कार्यालय की हैं। तत्कालीन अपर निदेशक ग्रेड-दो ने उन्हें सबंद्ध किया है। पहले इनकी संबद्धता केनाइन रैबीज कंट्रोल यूनिट-सदर में थी। बाद में पशु चिकित्सा केंद्र आनंदनगर-भिटारी में की गई। ब्लॉक मवई के पशु चिकित्सा केंद्र बनी के पशुधन प्रसार अधिकारी की संबद्धता के बाद फाइलों में छिपा यह दूसरा मामला सामने आया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एके श्रीवास्तव वेतन रोक जाने की जानकारी देते हैं।

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आनंदनगर-भिटारी के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. कमलेश यादव के अनुसार वर्ष 2018 में अर्चना यादव की संबद्धता हुई है। एक -दो महीने का वेतन निकला है। उसके बाद न आने से हाजिरी शून्य भेजने से वेतन रुक गया। वेतन रुकने के बाद मेडिकल आया है। करीब 10 दिन पहले मेडिकल सत्यापन के लिए पत्र भेजा गया है। यह मामला बाहर न आता, अगर एडी कार्यालय में इनकी ज्वाइनिग को लेकर आपस में द्वंद न छिड़ता। एडी कार्यालय के एक लिपिक का नाम उनकी पैरोकारी में आया है। पशु चिकित्सा केंद्र-बनी के पशुधन प्रसार अधिकारी की संबंद्धता की पैरोकारी में भी इसी का नाम चर्चा में रहा।

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अतिरिक्त प्रभार से पशु सेवा केंद्र बंद

ब्लॉक हरिग्टनगंज के पशु सेवा केंद्र शाहगंज के पशुधन प्रसार अधिकारी अनूप कुमार को पशु चिकित्सा केंद्र बीकापुर के फार्मासिस्ट का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। बीकापुर पशु चिकित्सा केंद्र के अधीन पशु सेवा केंद्र के अन्य पशुधन प्रसार अधिकारियों को यह प्रभार न देने पर सवाल उठा है। बीकापुर के उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ जेपी सिंह के अनुसार फार्मासिस्ट न होने से तीन वर्ष पहले एडी के स्तर से अतिरिक्त प्रभार का आदेश है। सप्ताह में तीन दिन आते हैं, तीन दिन अपने पशु सेवा केंद्र पर रहते हैं। यह सही है कि पशु सेवा केंद्र शाहगंज ब्लॉक बीकापुर में नहीं है लेकिन बीकापुर तहसील में होने से क्षेत्राधिकार उनका है।


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