ओडीएफ के करीब फैजाबाद की दस्तक
फैजाबाद : गांधी जयंती को जिला खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो जाएगा। ओडीएफ घोषित होने के
फैजाबाद : गांधी जयंती को जिला खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो जाएगा। ओडीएफ घोषित होने के लिए वह लक्ष्य के नजदीक पहुंच चुका है। आंकड़ों की मानें तो जिले में अभी 17,215 शौचालय का निर्माण होना है। युद्ध स्तर पर उनका निर्माण शुरू है। 20 सितंबर तक जिले में इसकी डेड लाइन तय है। दबाव का आलम यह है कि पंचायत सचिव सोते-जागते ओडीएफ-ओडीएफ की रट लगा रहे हैं। इन सबके बीच विकास भवन परिसर में स्थित वॉररूम का नजारा चुनाव के समय इलेक्शन ऑफिस से कम नहीं। यही वॉररूम स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत शौचालय निर्माण कराने के लिए जनता को जागरूक करता है।
जिले को ओडीएफ घोषित कराने के लिए ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारी की तैनाती जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने की है। यही अधिकारी संबंधित ब्लॉक के पंचायत सचिवों के साथ रोज सायं को बैठक करते हैं।-------------------
2,45,992 शौचालय निर्माण का लक्ष्य
-स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जिले में 2,45,992 परिवार के लिए शौचालय का निर्माण 11 ब्लॉक में किया जाना है। लक्ष्य के सापेक्ष 2,28,777 शौचालयों को निर्माण कराया जा चुका है। इस दावे को लेकर शक की गुंजाइश नहीं। मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम (एमआइएस) के तहत निर्मित शौचालयों की फोटो पंचायत सचिव स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की वेबसाइट पर अपलोड करा चुके हैं। पंचायत सचिवों का कहना है कि बमुश्किल 10 हजार शौचालय अभी लक्ष्य के सापेक्ष पूरे होने है। निर्माण इसी सप्ताह पूरा हो जाएगा। निर्माण होने के बाद शौचालय का फोटोग्राफ पंचायत सचिव के एमआइएस करा देंगे।
शौचालय का इस्तेमाल बड़ी चुनौती
-दो अक्टूबर को जिला तो ओडीएफ घोषित हो जाएगा। पर बड़ा सवाल स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत निर्माण कराए गए शौचालय के इस्तेमाल का है। गांवों में निर्माण तो करा दिया गया। शौचालय का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। उन्हीं शौचालयों को इस्तेमाल हो रहा है, जिन्होंने स्वयं धन लगाकर उसे इस्तेमाल के लायक निर्माण कराया। मात्र 12 हजार रुपये के प्रोत्साहन धनराशि से निर्माण कराए गए शौचालय का इस्तेमाल लाभार्थी नहीं करते, उसका इस्तेमाल अन्य कार्यों के लिए वे करने लगे हैं।
-दो अक्टूबर को जिले का ओडीएफ होना लगभग तय है। लक्ष्य के सापेक्ष करीब 17 हजार शौचालय का और निर्माण कराया जाना है। इसे पूरा करने के लिए नोडल अधिकारी रोज पंचायत सचिवों के साथ बैठक कर रहे हैं।
-सत्यप्रकाश ¨सह, जिला पंचायतराज अधिकारी