छेड़छाड़ के मामले में फंसे औषधि निरीक्षक
औषधि निरीक्षक के खिलाफ पुलिस दर्ज करा चुकी है पीड़िता का बयान. गत 19 जून को दर्ज हुआ था मुकदमा.
अयोध्या : नर्सिंग होम में कार्य करने वाली एक महिला स्टॉफ ने औषधि निरीक्षक प्रबोध रस्तोगी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। इसका मुकदमा गत 19 जून को नगर कोतवाली में दर्ज कराया गया था। पीड़िता का कलमबंद बयान दर्ज कराया जा चुका है। अपने बयान पर कायम पीड़िता ने औषधि निरीक्षक की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। औषधि निरीक्षक ने इस कार्रवाई को अपने खिलाफ पेशबंदी बताया है। उन्होंने कहाकि सूचना मिली थी कि नर्सिंग होम में मेडिकल स्टोर संचालित हो रहा है। वहां पहुंचने पर दवाएं भी मिलीं। लाइसेंस बनवाने के लिए संचालक को कहा गया था। कुछ दिन बाद फिर जांच के लिए पहुंचने पर लाइसेंस नहीं मिला, जिसे लेकर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। इसलिए संचालक ने फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है।
पीड़ित अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के एक नर्सिंग होम में कार्यरत है। नर्सिंग होम संचालक की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि 21 जनवरी को औषधि निरीक्षक अपने सहयोगियों मनोज सिंह व दो-तीन अन्य लोगों के साथ नर्सिंग होम पहुंचे। उस वक्त संचालक मौजूद नहीं था। रस्तोगी ने पूछताछ के जरिये स्टॉफ पर दबाव बनाना शुरू किया। इसी बीच वहां कार्यरत एक महिला स्टॉफ का फोन नंबर भी ले लिया। आरोप है कि महिला के नंबर पर औषधि निरीक्षक अश्लील मैसेज भेजने लगे। तीन मार्च को औषधि निरीक्षक फिर नर्सिंग होम पहुंचे और महिला कर्मी के बारे में पूछताछ करने लगे, लेकिन विरोध देख वहां से चले गए। संचालक का कहना है कि इसकी शिकायत लेकर वह कलेक्ट्रेट स्थित औषधि निरीक्षक के कार्यालय जा रहे थे, लेकिन वह परिसर के बाहर ही मिल गए और धमकाने लगे। पीड़ित का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से बाद में मुकदमा दर्ज कराया गया। कोतवाल नितीश श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़िता का बयान दर्ज करा दिया गया है। जांच चल रही है।